शिमला: उद्योग और सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री मुकेश अग्निहोत्री तथा आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी ने कहा है कि केन्द्र में भाजपा नेतृत्व की सरकार राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से राज्य के भाजपा नेताओं के इशारे पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के विरूद्ध विभिन्न जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह की बेटी के विवाह वाले दिन उनके आवास पर सीबीआई की छापेमारी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय ने वीरभद्र सिंह के सहयोगियों के परिसरों में छापेमारी की है। केन्द्र की भाजपा सरकार कांग्रेस शासित प्रदेशों में डर और आतंक का माहौल पैदा करने के लिए केन्द्रीय जांच एजेंसियों का दुरूपयोग करके लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई लोकप्रिय सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह को निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि राज्य में उनके नेतृत्व मे राज्य सरकार पिछली भाजपा सरकार के शासनकाल के दौरान भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में राज्य कांग्रेस कमेटी द्वारा तैयार की गई चार्जशीट के आधार पर जांच कर रही है। प्रेम कुमार धूमल और अन्य भाजपा नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में जांच अंतिम चरण में है और कानूनी कार्रवाई की आशंका से भाजपा नेता वीरभद्र सिंह के विरूद्ध झूठे मुकदमे बनाकर और केन्द्रीय जांच एजेंसियों के दुरूपयोग से चौ-तरफा हमला बोल रहे हैं।
मंत्रियों ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि वीरभद्र सिंह के आयकर रिटर्न से जुड़े मात्र एक मामले में तीन विभिन्न केन्द्रीय एजेंसियों ने जांच शुरू की है, जो पहले ही आयकर विभाग और अपीलीय प्राधिकरणों में लम्बित है। विभिन्न जांच एजेंसियों की एक मामले में अत्याधिक संलिप्तता स्पष्ट तौर पर दर्शाती है कि ये एजेंसियां जबरदस्त राजनीतिक दबाव में हैं।
अग्निहोत्री और चौधरी ने कहा कि वीरभद्र सिंह राज्य के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं, जिनका पांच दशकों से अधिक का बेदाग राजनीतिक जीवन रहा है। कांग्रेस पार्टी तथा राज्य के लोगों का उन्हें पूरा समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह छठी बार मुख्यमंत्री बने हैं और वह भाजपा की डराने एवं आतंक की रणनीति से विचलित होने वाले नहीं है। राज्य के लोग और कांग्रेस पार्टी वीरभद्र सिंह की छवि को धूमिल करने और राज्य में उनके नेतृत्व की लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने के भाजपा नेताओं के मंसूबों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।