शिमला: मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार रंगीला राम राव, 20 सूत्री कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष राम लाल ठाकुर और राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष जी.आर. मुसाफिर ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा सहित कुछ भाजपा नेताओं द्वारा हाल ही में जारी बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि ये बयान पूरी तरह पक्षपातपूर्ण, राजनीति से प्रेरित तथा तथ्यों से हटकर हैं और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
आज यहां एक संयुक्त वक्तव्य में उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के पुराने आयकर मामले न्यायालयों तथा विभिन्न आयकर अपीलीय प्राधिकरणों के पास लम्बित हैं। मुख्यमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की छवि को धूमिल करने के लिए बार-बार इन मामलों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र में भाजपा नेतृत्व की सरकार अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों को परेशान करने के लिए जांच एजेंसियों, विशेषकर सीबीआई और प्रवर्तन विभाग पर अनावश्यक दबाव डाल कर दुरूपयोग कर रही है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ सीबीआई एवं परिवर्तन विभाग द्वारा दायर मामला इस बात का प्रमाण है कि अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर अत्याचार के लिए भाजपा किसी भी हद तक गिर सकती है।
रंगीला राम राव, राम लाल ठाकुर तथा जी.आर. मुसाफिर ने कहा कि केन्द्र में भाजपा नेतृत्व की सरकार जान बूझकर कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए साजिशें रच रही है। पूर्व भाजपा मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल जो स्वयं अनेक मामलों का सामना कर रहे हैं, वह अपने राजनीतिक स्वार्थां के लिए वीरभद्र सिंह को जानबूझ कर निशाना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार की लोकप्रियता से घबराकर निराश भाजपा नेता दुर्भावनापूर्ण प्रचार कर रहे हैं। सीबीआई और परिवर्तन विभाग द्वारा दायर मामला वीरभद्र सिंह को कलंकित करने की कोशिश है, जिनका पांच दशकों से अधिक अवधि का बेदाग राजनीतिक जीवन रहा है। पूर्व में भी भाजपा ने वीरभद्र सिंह के विरूद्ध झूठे मामले बनाये और हर बार वह माननीय न्यायालयों से पाक-साफ निकले। रंगीला राम राव, राम लाल ठाकुर तथा जी.आर. मुसाफिर ने कहा कि वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में पूर्ण विश्वास है और वे मजबूती से उनके साथ हैं।