शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में बेनामी भूमि सौदों की जांच में तेजी लाकर कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी प्रकार के बेनामी सौदों की जांच के लिए कृतसंकल्प है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस दिशा में जांच कार्य प्रगति पर है।
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ जांच पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। धूमल के खिलाफ चल रही धीमी जांच में तेजी लाई गई है। पार्टी व जनता के दबाव के कारण विशेष जांच दल को तीन माह के भीतर जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि वह हमेशा मामलों को समाप्त करने के पक्ष में रहे हैं, लेकिन हर बार धूमल परिवार की तरफ से उन्हें उकसाया जाता रहा है। यही वजह है कि उन्होंने उनकी संपत्ति की जांच के आदेश दिए हैं। वीरभद्र सिंह ने धूमल को परामर्श दिया कि जिनके अपने घर शीशे के होते हैं उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फैंकने चाहिए। उन्होंने कहा कि धूमल के विरूद्ध जांच तथ्यों तथा कानून के आधार पर आरम्भ की गई है, इसमें कोई कुछ भी काल्पनिक नहीं है।
हमीरपुर में आयोजित राज्य भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में राज्यव्यापी आंदोलन को लेकर लिए गए निर्णय पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भाजपा की बचकाना हरकत है। कांग्रेस पार्टी प्रदेश में भाजपा के रहमोकरम से सत्ता में काबिज नहीं हुई है, जबकि प्रदेश के लोगों ने उन्हें पूर्ण बहुमत व सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि भाजपा अच्छा करे, परन्तु मेरी आलोचना के लिए उन्हें झूठी बयानबाजी नहीं करनी चाहिए क्यांेकि यह साबित करता है कि श्री धूमल मुझसे से व्यक्तिगत दुश्मनी रखते हैं।