हिमाचल: आर्ट ऑफ लिविंग के 250 से अधिक प्रशिक्षकों ने 50 हज़ार से अधिक लोगों को करवाया योग

हिमाचल: आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर आज पूरे प्रदेश भर में योग की धूम रही। जिला स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर तक और शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक, जनजातीय क्षेत्रों से लेकर गली मोहल्लों तक हर जगह योग प्राणायाम की ऐसी धूम रही कि आज हर कोई योगमयी हो गया। इसमें अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक और धार्मिक संस्था आर्ट ऑफ लिविंग का बड़ा योगदान रहा और संस्था के योग प्रशिक्षकों ने जगह-जगह पर लोगों को योग क्रियाएं करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आर्ट ऑफ लिविंग की प्रदेश मीडिया समन्वयक तृप्ता शर्मा ने बताया कि योग नोडल कोऑर्डिनेटर कमलेश बरवाल और योग कोऑर्डिनेटर रामकुमार के नेतृत्व में आर्ट ऑफ लिविंग के करीब ढाई सौ से अधिक प्रशिक्षकों ने 50,000 से अधिक लोगों को योग प्राणायाम और ध्यान करवाया और योग के महत्व के बारे में लोगों को जानकारी दी। आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर कांगड़ा के ऐतिहासिक किले, सुजानपुर के कटोच महल, मंडी की पराशर झील के किनारे और अटल टनल रोहतांग में भी योग अभ्यास करवाया गया जिसमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर ,पंकज चौधरी और निसिथ प्रमाणिक विशेष तौर पर हिस्सा लिया और लोगों को योग के साथ जुड़ने का संदेश दिया।

तृप्ता शर्मा ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षकों ने जनजातीय जिला लाहौल स्पीति और किन्नौर से लेकर चंबा और प्रदेश के विभिन्न भागों में लोगों को योग क्रियाएं करवाई इसमें सरकारी व निजी स्कूल, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय भी शामिल रहे। राजधानी शिमला के कृष्णा नगर स्थित भगवान वाल्मीकि मंदिर में भी पहली बार आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से योगाभ्यास करवाया गया जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक व धार्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने अमेरिका से लोगों को योग को अपने जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि योग से अपने भीतर की प्रतिभाएं खिलने लगेगी,बुद्धि प्रखर होगी और जीवन में सुख शांति उपजने लगेगी।

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