शिमला: संजौली में 1 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
शिमला: संजौली में 1 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
शिमला: शिमला शहर में स्थानीय निवासियों तथा पर्यटकों के जीवन में सुगमता प्रदान करने व भीड़-भाड़ को खत्म करने की दिशा में अनेकों विकासात्मक कार्य किए जा रहे हैं। शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज संजौली में 1 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करने के उपरांत यह बात अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि इन सब विकास कार्यों से शहर के लोगों को आवश्यक रूप से सहूलियत प्रदान होगी। जनसंख्या बढ़ने के साथ-साथ विकास की आवश्यकता भी रहती है। निकट भविष्य में हम शिमला शहर के सैटेलाइट टाउन निर्माण की दिशा में भी आगे बढ़ रहे है। उन्होंने कहा कि संजौली चैक से अप्पर नाॅर्थ ऑक एम्बुलेंस सड़क का होना अत्यंत आवश्यक था ताकि आपातकालीन स्थिति में यहां के लोगों के घर द्वार तक गाड़ी तथा एम्बुलेंस पहुंच सके, जिसकी निर्माण लागत लगभग 50 लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण का कार्य नगर निगम महापौर के अथक प्रयासों से संभव हो सका है। उन्होंने ढिंगु माता मंदिर में जल भण्डारण टैंक का उद्घाटन भी किया, जिसकी निर्माण लागत 40 लाख रुपये है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि जल भण्डारण टैंक की क्षमता 3 लाख लीटर है। यहां के निवासियों को पानी की कमी न हो इसलिए जल भण्डारण टैंक का निर्माण अत्यंत आवश्यक था। उन्होंने चलौंठी में नवनिर्मित सामुदायिक भवन का भी उद्घाटन किया, जिसकी निर्माण लागत 10 लाख रुपये है। शहरी विकास मंत्री ने कहा कि सामुदायिक भवन के निर्माण से यहां के लोगों को अनेकों सामुदायिक आयोजनों को करवाने में लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में नगर निगम के अंतर्गत सभी वार्डों में राजनीति से ऊपर उठकर कार्य किए गए हैं। विकास मंे किसी भी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिए ताकि उसका लाभ आमजन को प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि शिमला शहर को नया स्वरूप प्रदान करने के उद्देश्य से अनेकों विकासात्मक कार्य किए जा रहे हैं, जिसमें पार्किंग का निर्माण, पैदल पथ, ओवर फुट ब्रिज, सड़कों को चैड़ा करना एवं अन्य महत्वपूर्ण कार्य शामिल है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में लोगों को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से आवश्यकतानुसार सारे काम किए जा रहे हैं। शिमला शहर के पहले एस्केलेटर का निर्माण कार्य शुरु किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त अमरूत मिशन के अंतर्गत 284 करोड़ रुपये के कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहर में नशे के चलन को रोकने के लिए हम सबको प्रयास करने चाहिए, जिसके लिए बच्चों पर हम सबको ध्यान रखने की आवश्यकता है तथा उन्हें खेलकूद की ओर प्रोत्साहित करने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों के उत्थान के लिए हर प्रकार के प्रयास कर रही है, जिसमें 125 यूनिट मुफ्त बिजली, तीन साल के लिए हिमकेयर कार्ड, 60 साल से अधिक आयुवर्ग को पेंशन की सुविधा तथा अन्य जनकल्याणकारी योजनाएं शामिल है। उन्होंने कहा कि शिमला शहर को स्वच्छ, सुन्दर एवं स्वस्थ बनाने के लिए हम सबको आगे आना चाहिए।