नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने पर्यटन मंत्रालय और कोलंबिया के व्यापार उद्योग और पर्यटन मंत्रालय के बीच पर्यटन के क्षेत्र में भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए हुए एक समझौते (एमओयू) को अपनी मंजूरी दे दी है।
इस एमओयू के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- पर्यटन के क्षेत्र में द्विपक्षीय भागीदारी को बढ़ाना।
- पर्यटन से संबंधित सूचनाओं और जानकारियों (डेटा) का आदान प्रदान।
- होटल और टुअर ऑपरेटर्स सहित पर्यटन क्षेत्र के विभिन्न हितधारकों के बीच भागीदारी को प्रोत्साहित करना।
- मानव संसाधन के विकास में भागीदारी के लिए एक एक्सचेंज कार्यक्रम को स्थापित करना।
- दोनों देशों के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूर ऑपरेटर्स/मीडिया/ओपीनियन मेकर्स के दलों को एक-दूसरे देश में भ्रमण के लिए भेजना।
- प्रचार, विपणन, गंतव्य विकास और प्रबंधन के क्षेत्रों में अनुभवों का आदान-प्रदान।
- एक-दूसरे देशों में यात्रा मेलों/प्रदर्शनियों में भागीदारी।
कोलंबिया, भारत के लिए पर्यटन के स्रोत के रूप में एक उभरता हुआ बाजार है। पर्यटन मंत्रालय ने अक्टूबर 2014 में कोलंबिया के बोगोता में एक रोड शो का आयोजन किया था, जिसे दोनों देशों के यात्रा कारोबार से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी। इसी प्रकार देश के व्यापक पर्यटन बाजार को देखते हुए भारत भी कोलंबिया के लिए एक संभावित स्रोत बाजार है। 2013 में लगभग 1.663 करोड़ पर्यटक भारत आए थे। पारस्परिक फायदों को देखते हुए दोनों देशों के बीच पर्यटन के क्षेत्र में हुए समझौते से एक-दूसरे देश में पर्यटन के विकास और प्रोत्साहन के लिए दोनों देशों के बीच रचनात्मक संवाद शुरू होगा। इससे दोनों देशों के आर्थिक विकास को मदद मिलेगी।
दोनों देशों के बीच संबंध खासे बेहतर रहे हैं। वैश्विक मुद्दों पर दोनों देशों के विचार एक समान रहे हैं और बहुपक्षीय मंचों पर दोनों देशों का रुख खासा सहयोगपूर्ण रहा है। पर्यटन भागीदारी के क्षेत्र में हुआ समझौता (एमओयू) दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से एक संस्थागत ढांचे का काम करेगा, जिससे भारत के पर्यटन क्षेत्र में संबंधों को मजबूती मिलेगी।