प्रदेश सरकार का एक वर्ष के भीतर 100 कृषक उत्पादक संगठन बनाने का लक्ष्य : सुरेश भारद्वाज

शिमला: सहकारिता विभाग के तहत प्रदेश में कृषक उत्पादक संगठन का गठन करने के लिए कार्यदल गठित किया गया है ताकि कृषि, बागवानी को और अधिक गति प्रदान कर आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सके। यह विचार आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, संसदीय कार्य, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा होटल राॅयल टयूलिप कुफरी में आयोजित तृतीय हिमाचल प्रदेश एप्पल कनक्लेव के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में एक वर्ष के भीतर 100 कृषक उत्पादक संगठन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसके तहत 35 संगठन बनाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग के तहत अलग से कृषक उत्पादक संगठन योजना आरम्भ की गई है। इस गठन से विभिन्न प्रकार के उपदान व आसान शर्तों पर ऋणों की उपलब्धता केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
उन्होंने कहा कि सेब के उत्पाद व आर्थिकी की निरंतरता को बनाए रखने के लिए सीआईआई, वैज्ञानिकों, कृषकों, बागवानों को मिलकर प्रयास करने होंगे, जिसके लिए सरकार सुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करेगी।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सेब की आर्थिकी 5 हजार करोड़ रुपये आंकी गई है, जिससे लगभग 10 लाख के करीब लोगों को रोजगार के अवसर मिलते हैं। उन्होंने सेब उत्पाद को लाने के लिए सत्या नंद स्टोक्स तथा इसके विस्तार के लिए पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार का भी साधुवाद व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग परिसंघ की गणना देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक संगठन के रूप में होती है। उन्होंने कहा कि एप्पल कनक्लेव के तहत इस तीसरे संस्करण के उद्देश्य अनुरूप प्रदेश को देश में सेब उत्पादन में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए विभिन्न चुनौतियों व अवसरों पर चर्चा तथा विचार साझा कर जो बिन्दु निकलेंगे उससे प्रदेश सरकार को अवगत करवाया जाएगा ताकि सेब आर्थिकी को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके।
कार्यक्रम में पूर्व मुख्य सचिव व वर्तमान में रेरा के अध्यक्ष डाॅ. श्रीकांत बाल्दी ने अपने संबोधन में काॅलोनल रूटस्टाॅक का प्रयोग एवं संरक्षण बागवानों को अधिक से अधिक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि दवाओं का प्रयोग कम कर बागवान प्राकृतिक खेती को अपनाएं ताकि स्वयं व समाज के स्वास्थ्य को बिगड़ने से बचाया जा सके।
उन्हांेने कहा कि प्रदेश सरकार ने समय-समय पर सेब आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए कई योजनाएं व ऋण अथवा उपदान प्रदान करने का प्रावधान किया है।
कार्यक्रम में भारतीय उद्योग परिसंघ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष एवं माइक्रो टेक समूह के प्रबंध निदेशक सुबोध गुप्ता ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए कहा कि परिसंघ प्रदेश में सेब उत्पादकों की बेहत्तरी के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बागवानी क्षेत्र से संबंधित कई मामले जिसमें बागवानी उपकरण, एप्पल पैकिंग डब्बों पर लगने वाले जीएसटी को कम करने तथा अन्य वस्तुओं पर उपदान के संबंध में प्रदेश सरकार के ध्यान में लाया गया है।
उन्होंने कहा कि सीए स्टोरों का विस्तार सेब आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए एक बहुत बड़ी मांग है ताकि सेब उत्पादकों को सही दाम मिल सके।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष सीआईआई गगन कपूर ने अपने संबोधन मंे कहा कि भारतीय उद्योग परिसंघ राज्य में कोल्ड चैन स्थापित करने के लिए वचनबद्ध है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में बागवान उपस्थित थे।

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