शिमला: ढली सब्जी मण्डी के समीप किसान भवन किसानों व बागवानों को समर्पित

प्रदेश में किसानों, बागवानों, फूल उत्पादकों का माल विभिन्न मण्डियों में भेजने व विपणन व्यवस्था के लिए लगभग 250 करोड़ रुपये किए जा रहे व्यय 

प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं चला कर किसानों को किया जा रहा है प्रोत्साहित

1 लाख 70 हजार किसानों ने प्रदेश में प्राकृतिक खेती को अपनाया

शिमला: प्रदेश में किसानों, बागवानों, फूल उत्पादकों का माल विभिन्न मण्डियों में भेजने व विपणन व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए लगभग 250 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। यह विचार आज ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने ढली सब्जी मण्डी के समीप निर्मित किसान भवन को सुविधा सम्पन्न बनाने के उपरांत किसानों व बागवानों को उपयोग के लिए समर्पित करने के उपरांत उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।

शिमला: ढली सब्जी मण्डी के समीप किसान भवन किसानों व बागवानों को समर्पित

एपीएमसी शिमला के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा शिमला में बागवानों, किसानों के लिए विपणन व अन्य कार्यों का उल्लेख किया। हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक नरेश ठाकुर ने भी अपने विचार रखे तथा बोर्ड द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया।

वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं चला कर किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिसके तहत 1 लाख 70 हजार किसानों ने प्रदेश में प्राकृतिक खेती को अपनाया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती के तहत किसान अपना माल उपभोक्ता तक पहुंचा सके इसके लिए एपीएमसी के तहत प्रदेश में 10 मण्डियों की व्यवस्था की जाएगी।
फूल उत्पादकों को माल बेचने के लिए परवाणू में मण्डी आरम्भ की है, जिसमें मई माह से विपणन व विनिमय कार्य आरम्भ होगा। उन्होंने कहा कि बजट में संभावित अन्य मण्डी ऊना में खोली जाएगी ताकि फूल उत्पादक किसान को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि इनाम (राष्ट्रीय कृषि विपणन) व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू हो किसान, बागवान इसे अपनाएं, इसके लिए सम्मिलित प्रयास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अभियान चलाकर किसानों व बागवानों को जागरूक किया जाएगा ताकि उन्हें उचित विपणन बाजार मिल सके।
उन्होंने आज इनाम योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने के लिए फल मण्डी सोलन को प्राप्त प्राइम मिनिस्टर अवार्ड फाॅर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 2019 प्राप्त करने के लिए बधाई दी तथा फल मण्डी सोलन के पदाधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को सम्मानित किया, जिसके तहत अध्यक्ष एपीएमसी सोलन संजीव कश्यप, सचिव एपीएमसी सोलन रविन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक कृषि डाॅ. नरेन्द्र धीमान, प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड नरेश ठाकुर, एनालिस्ट सोलन विकास कश्यप, एनालिस्ट ईनाम मण्डी सोलन लेब एसायर भूपेन्द्र ठाकुर, डाटा एंट्री ऑपरेटर कैथरीन, रूपा सूद दारूनी, व्यापारी पदम सिंह पुंडिर, हेम चंद शर्मा तथा किसान सतपाल व हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के मार्किंटिंग अधिकारी अनिल शर्मा, परियोजना प्रबंधक दिशा गुप्ता व राज्य समन्वयक अंकुश सोलंकी तथा प्रधान आढ़ती ऐसोसिएशन ढली पराला मण्डी हरिश ठाकुर शामिल है।
उन्होंने आज हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा विपणन से संबंधित गतिविधियों के प्रकाशन के लिए विपणन संदेश के दूसरे संस्करण का विमोचन किया।
कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी ने अपने संबोधन में कहा कि पदभार संभालते ही उन्होंने प्रदेश की विभिन्न मंडियों की खराब हालत को सुधारने के लिए 48 करोड़ रुपये व्यय किए। उन्होंने बताया कि अभी तक 61 मण्डियों को स्तरोन्नत किया गया है, जिनमें 21 नई मण्डियां निर्मित की गई है। उन्होंने बताया कि विश्व बैंक के सहयोग से परवाणू में बड़ी मण्डियों का निर्माण कार्य किया जाएगा, इसके अतिरिक्त पराला में 60 करोड़ रुपये से सीए स्टोर बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में अनाज के लिए 11 अनाज मण्डियां की शुरुआत भी की गई है, जिससे अनाज उत्पादकों को सुविधा होगी।

 

सम्बंधित समाचार

Comments are closed