कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं, हमें अलर्ट रहना होगा : पीएम मोदी

मंगलवार को 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी कोवैक्सीन टीके की मिली अनुमति

नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते मामलों से फैली चिंता के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने बाकी देशों के मुकाबले कोरोना पर बेहतर नियंत्रण रखा है, लेकिन कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमिक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह की गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, ये यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं। पिछले कुछ महीने में इन वैरिएंट्स से मामले बढ़े हैं। ऐसे में हमें अलर्ट रहना होगा। बैठक में पीएम मोदी ने पेट्रोल-डीजल की महंगाई का भी मुद्दा उठाया और राज्यों से वैट घटाकर लोगों को राहत देने की अपील की।

पीएम मोदी ने बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि पिछले 2 हफ्तों से मामले जो बढ़ रहे हैं, उससे हमें अलर्ट रहना है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे वैज्ञानिक और विशेषज्ञ नेशनल एवं ग्लोबल स्थिति को लगातार मॉनिटर कर रहे हैं। संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना हमारी प्राथमिकता पहले भी थी, आज भी यही रहनी चाहिए। टेस्टिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमेंट की हमारी स्ट्रैटेजी को भी हमें उतने ही प्रभावी तौर पर लागू करना है। इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करने का काम तेजी से चलता रहे, ये सुनिश्चित करना चाहिए। बिस्तर, वेंटिलेटर और पीएसए ऑक्सीजन प्लांट जैसी सुविधाओं के लिए हम काफी बेहतर स्थिति में हैं, लेकिन ये सुविधाएं कार्यान्वित रहें, हमें ये भी सुनिश्चित करना होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के 96% वयस्क आबादी को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। 15 साल के ऊपर बच्चों को करीब 85% लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। मार्च में हमने 12-14 वर्ष के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया था। मंगलवार को 6-12 वर्ष के बच्चों के लिए भी कोवैक्सीन टीके की अनुमति मिल गई है। इसके अलावा, देश में सभी वयस्कों के लिए प्रीकॉशन डोज भी उपलब्ध है।

वैश्विक संकट के बीच तेल के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी ने कहा, आज की वैश्विक परिस्थितियों में केंद्र और राज्य सरकारों का तालमेल, सामंजस्य पहले से अधिक आवश्यक है। युद्ध की परिस्थिति से सप्लाई चैन प्रभावित हुई है, ऐसे माहौल में दिनों-दिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। पीएम मोदी ने कहा, पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत का बोझ कम करने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में पिछले नवंबर में कमी की थी। राज्यों से भी आग्रह किया गया था कि वो अपने यहां टैक्स कम करें। कुछ राज्यों ने तो अपने यहां टैक्स कम कर दिया, लेकिन कुछ राज्यों ने अपने लोगों को इसका लाभ नहीं दिया गया। मेरा आग्रह है कि देशहित में राज्य भी टैक्स कम करेंगे तो जनता को फायदा होगा।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed