विटामिन-सी की कमी से शरीर में होने लगता है आलस्य एवं थकान का आभास

विटामिन-सी के अभाव में अस्थियों एवं दांतों में स्कर्वी नामक रोग हो जाता है। यह रोग प्राय: उन्हें होता है, जो सूखा मांस, सूखे फल या सूखी सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं। विटामिन-सी के अभाव में रक्तवाहिनी नलिकाएं दुर्बल हो जाती हैं, मसूड़े फूल जाते हैं और मस्तिष्क कमजोर पड़ जाता है। शरीर में आलस्य एवं थकान का अनुभव होने लगता है। सिर में रूखापन आ जाता है। विटामिन -सी दांतों के लिए अत्यंत लाभदायक है। यह अंकुरित मूंग, चना, गोभी, टमाटर, भिंडी, सेब, बैंगन, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियों, हरा धनिया, मूली के पत्ते, मेथी, पालक, पुदीना, मूली, आंवला, संतरा, नींबू, आम, केला, अमरूद, अन्नानास, पपीता और अंगूर में पाया जाता है।

इनसे पूरी करें विटामिन-सी की कमी
आप अपने सही खान-पान से विटामिन सी की कमी पूरी कर सकते हैं। इसके लिए आप आंवला, अमरूद, नारंगी, संतरा, अंगूर, नींबू, कटहल, सेब, केला, दूध, चुकंदर, पालक, शलगम, हरा धनिया जैसे खाने को अपनी डाइट में शामिल करें। इससे आपके शरीर में विटामिन सी की कमी पूरी हो जाएगी।

फलों का जूस
फलों का जूस मुख्य रूप से विटामिन सी की कमी में ज्यादा लाभदायक साबित होता है। इन सभी फलों में ऑरेंज, लीची, तरबूज इत्यादि फलों को ले सकते हैं।

कीवी
कीवी विटामिन सी का एक बेहतरीन स्रोत है। रोजाना एक कीवी नाश्ते के साथ लेने से विटामिन सी की दैनिक जरूरत पूरी होती है।

पालक
हरी सब्जियों में पालक विटामिन सी का मुख्य स्रोत है। इसमें विटामिन के अलावा मैग्नीशियम, फोलिक एसिड अच्छी मात्रा में उपलब्ध होते हैं। पालक का सेवन करके विटामिन सी की कमी से होने वाले रोगों से बच सकते हैं।

मुनक्का
मुनक्का में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी के पौष्टिक तत्व मुनक्का में भरपूर मात्रा में होते हैं।

पीली शिमला मिर्च
पीली शिमला मिर्च में विटामिन सी की काफी मात्रा पाई जाती है। इसलिए भोजन में पीली शिमला मिर्च को जरुर शामिल करें।

अपनी डाइट में विटामिन सी को शामिल करना बहुत जरूरी है। अन्यथा आप इन रोगों का शिकार हो सकते हैं:-

एनीमिया

त्वचा का रूखा होना और चेहरे पर झुर्रियां आना

घाव भरने में देर

वजन का बढ़ना

आंखों की रोशनी कमजोर होना

हड्डियां कमजोर होना

मोतियाबिंद की समस्या

त्वचा और चर्म रोग

एलर्जी की समस्या

अल्सर की परेशानी

नाक और कान की बीमारी

मुंह से बदबू आना

फेफड़ों में कमजोरी

विटामिन सी की कमी से हो सकते हैं कई तरह के रोग:-

विटामिन सी मानव शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक है। यह एस्कॉर्बिक अम्ल होता है जो कि हर तरह के सिट्रस फल में जैसे, नींबू, संतरा, अमरूद, मौसमी आदि में पाया जाता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो इम्यूनिटी तो कमजोर होती ही है, साथ ही कई अन्य बीमारियों को होने की संभावना भी बढ़ जाती है जो निम्न प्रकार से है:

विटामिन की कमी से थकान
अगर आप कई दिनों से थकान महसूस कर रहे हैं और चिड़चिड़ापन से परेशान हैं तो साइट्रिक फूड का सेवन करें। आपके शरीर में जब विटामिन सी की कमी होती है तो ऐसे लक्षण देखने को मिलते हैं।

आंखों की रोशनी कमजोर होना
विटामिन सी में एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं जो आंखों को भी हेल्‍दी रहने में मदद करते हैंअगर आप रोजाना विटामिन सी का सेवन करें तो आपको मोतियाबींद जैसी बीमारियों के होने की संभावना कम हो जाएगी

विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग
विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो सकता है, जिसमें शरीर में थकान, मासंपेशियों की कमजोरी, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, मसूड़ों से खून आना और टांगों में चकत्ते पड़ने जैसी दिक्कतें हो जाती हैं। शुरूआती संकेतों में बेवजह थकान, भूख कम लगना, चिड़चिड़ापन और जोड़ों का दर्द जैसे लक्षण हो सकते हैं। विटामिन सी हीट के संपर्क में आकर तेजी से ब्रेकडाउन हो जाता है। ऐसे में जहां तक हो सके इसे रौ फॉर्म में ही खाएं। गौर रहे कि विटामिन सी शरीर में स्‍टोर नहीं होता ऐसे में रोजाना एक फल जरूर खाएं।

बेजान और रूखी त्‍वचा
त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखने में विटामिन सी बेहद जरूरी है। विटामिन सी मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण कोलेजन उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आपकी स्किन रूखी, बेजान और प्रॉब्‍लमेटिक है तो इसकी वजह आपके शरीर में विटामिन सी की कमी भी हो सकती है। दरअसल विटामिन सी में एंटी ऑक्‍सीडेंट तत्‍व पाए जाते हैं जो स्किन को फ्री रेडिकल्‍स से बचाने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं विटामिन सी आपकी स्किन से लेकर बाल, जोड़ों जैसे टिश्यू को हेल्दी बनाने का काम करता है। विटामिन सी की कमी त्वचा के घावों का कारण बन सकती है।

लो इम्‍यूनिटी
अगर आपको हमेशा, खांसी, सर्दी, बुखार, निमानिया, ब्‍लैडर इनफेक्‍शन आदि होता रहता है तो यह भी आपके शरीर में विटामिन सी की कमी का कारण हो सकता है।

मसूड़ों से खून आना
दांतों के लिए विटामिन सी बहुत ही जरूरी है। विटामिन सी की कमी से मसूड़ों से खून आना और मसूड़ों की बीमारी हो सकती है। विटामिन सी दांतों को तो मजबूत करता ही है साथ ही मसूड़ों को भी स्वस्थ और मजबूत बनाता है।

हाइपरथायरायडिज्म
लंबे समय तक विटामिन सी की कमी से थायराइड ग्रंथियों से हार्मोन के अधिक रिसाव हो सकता है, जिससे हाइपरथायरायडिज्म की स्थिति पैदा हो सकती है। जब थायराइड ग्रंथि अतिरिक्त हार्मोन रिलीज करने लगती है तब हाइपरथायरायडिज्म होता है। दूसरे जरूरी पोषक तत्वों के साथ विटामिन सी भी थायराइड के हेल्दी होने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके आम लक्षणों में वजन कम होना, दिल की अनियमित धड़कन, भूख बढ़ जाना, घबराहट, कंपकंपी, महिलाओं में मासिक धर्म में बदलाव शामिल है।

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