- नागरिक उड्डयन मंत्री पी. गजपति राजू ने झंडी दिखा कर एएआई पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का शुभारंभ किया
- करीब 35 देशों के 130 पायलटों के हवा में जाने के साथ ही बीड़ में बना उत्सव का वातावरण
- दुनिया के चार सर्वश्रेष्ठ पायलटों में से तीन शामिल
- पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का समापन 31 अक्टूबर को
नागरिक उड्डयन मंत्री पी. गजपति राजू ने झंडी दिखा कर एएआई पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का शुभारंभ किया
बीड़ बिलिंग : केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री पी गजपति राजू ने आज यहां बिलिंग लांच साइट पर पैराग्लाइडिंग के पायलटों को झंडी दिखा कर आधिकारिक अभ्यास की अनुमति दी। मौसम थोड़ा प्रतिकूल होते हुए भी, बिलिंग में सुबह से ही जमा दर्शकों की भीड़ के प्रोत्साहन से पायलटों ने आकाश को रंगबिरंगी छतरियों से भर दिया। करीब 35 देशों के 130 पायलटों के हवा में जाने के साथ ही हवाई खेलों का मक्का कहे जाने वाले बीड़ में उत्सव का वातावरण बन गया।
फ्लैग ऑफ से पूर्व, केंद्रीय मंत्री ने आयोजकों और प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बीड़ बिलिंग की खूबसूरत वादियां देश के इस सबसे बड़े हवाई खेल आयोजन के लिए एकदम उपयुक्त हैं। आप सब का उत्साह देखकर मुझे अत्यधिक प्रसन्नता हो रही है और मुझे आशा है कि आयोजक और प्रतिभागी दोनों की इस स्थान की खूबसूरती को बनाये रखेंगे। एएआई पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के आयोजन में पूर्ण सहयोग के लिए मैं राज्य सरकार का भी शुक्रिया अदा करता हूं। खिलाडिय़ों की संख्या और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी के लिहाज से एएआई पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप को आसानी से सबसे बड़ा खेल आयोजन कहा जा सकता है। हवाई खेलों के लिए बेहद मशहूर बीड़ बिलिंग पर देश व दुनिया के श्रेष्ठ पायलटों के करतब देखने के लिए यहां लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा है। आयोजकों की बात करें तो ईवेंट के प्रमुख आयोजक, बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन तथा टाइटल प्रायोजक – भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने इस वर्ल्ड कप को खास बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
बिलिंग पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं हिमाचल प्रदेश सरकार के आवास एवं नगर विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि महीनों की मेहनत को साकार होते हुए देखकर हम अत्यधिक रोमांचित महसूस कर रहे हैं। आधिकारिक अभ्यास सत्र को देखने के लिए आज यहां जुटी भीड़ को देखकर हमें विश्वास है कि एएआई पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप इस खेल को एक नया आयाम प्रदान करने में कामयाब रहेगा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने देश में इस आयोजन को सफल बनाने में संपूर्ण योगदान दिया है। प्राधिकरण के चेयरमैन आर के श्रीवास्तव ने कहा कि पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप के साथ जुड़ कर हम बहुत अधिक खुशी महसूस कर रहे हैं। यइ ईवेंट भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के लिए एकदम सटीक है। युवाओं के लिए इस खेल में बहुत अधिक अवसर हैं। पायलटों की लाइव ट्रैकिंग के लिए पहली बार इस आयोजन में जीपीएस आधारित जीईओ ऑगमेंटेड नेविगेशन तथा सेटेलाइट आधारित ऑगमेंटेशन सिस्टम का प्रयोग किया जा रहा है। इन्हें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने मिलकर विकसित किया है। प्राधिकरण की ओर से पायलटों को गगन सिगनल प्रदान किये जा रहे हैं ताकि उन्हें उड़ान भरने में सहूलियत हो और उनकी लोकेशन का पता चल सके। भारतीय आकाश में पहली बार गगन आधारित अकॉर्ड रिसीवर स्थापित किये गये हैं।
दुनिया के चार सर्वश्रेष्ठ पायलटों में से तीन शामिल
दुनिया के चार सर्वश्रेष्ठ पायलटों में से तीन इन खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। इनमें पिछले 20 माह से निरंतर दुनिया में नंबर वन की पोजीशन पर रहने वाले फ्रांस के जुलियन विर्ट्ज भी शामिल हैं। वे इस समय दुनिया में तीसरे स्थान पर गिने जाते हैं। इस समय स्लोवेनिया के विदिक जूरिज, फ्रांस के जूलियन विर्ट्ज और जर्मनी के टॉर्सटन सीगेल विश्व में दूसरे से चौथे स्थान पर हैं। विश्व में आठवीं वरीयता के और टर्की में 2014 के सुपर कप विजेता फ्रांस के मैक्सिम पिनोट भी हिस्सा ले रहे हैं।
भारतीय टीम के नेतृत्व का दारोमदार अजय कुमार पर है, जो देश के सबसे अनुभवी पायलट हैं। इनकी टीम में शामिल हैं-गुरप्रीत ढींढसा, ज्योति ठाकुर, अरविंद पाल, प्रकाश चंद, गौतम नाथ और संजय कुमार। इन खिलाडिय़ों को स्थानीय भौगोलिक परिस्थितियों की बेहतर जानकारी है जिसका इन्हें लाभ मिलेगा। इनमें से पांच पायलट हिमाचल प्रदेश के हैं, जिसका लाभ भी भारतीय टीम को मिलेगा।
इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप का समापन 31 अक्टूबर को होगा।