अनेकों बाधाएं पार कर अब होगा सालों का सपना साकार : प्रो.धूमल

पुराने लोगों बड़े बुजुर्गों को है जानकारी विकास कैसे हुआ; विकास को आगे बढ़ाओ पर बुजुर्गों के बहाए पसीने को मत भूलो: प्रो.धूमल

हमीरपुर: देश रहेगा तभी राजनीति होगी, राजनीतिक दल रहेंगे और चुनाव भी तभी होंगे। आज यूक्रेन में इलेक्शंस हो सकते हैं क्या ? यूक्रेन में आज हर तरफ तबाही का मंजर है। जब देश नहीं बचता तब कुछ भी नहीं बचता। इसलिए अगर देश को बचाना है तो मोदी जी को बार-बार, हर बार लाना है यह सुनिश्चित करना होगा। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने मंगलवार को सुजानपुर विधानसभा की ग्राम पंचायत भरनांग में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा 1990 में जब उन्होंने पहली बार संसद में वन रैंक वन पेंशन का मुद्दा उठाया था उस वक्त सिपाही घर आता था तो 15 रूपये  पेंशन लेकर घर आता था, लेकिन आज सिपाही घर आता है तो उसे लाखों रुपए मिलते हैं वो कार लेकर घर आता है। यह मोदी सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों के लिए कर के दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में सुजानपुर विधानसभा में एक बड़ा कार्यक्रम पूर्व सैनिकों को सम्मानित करने का हुआ जिसमें पूर्व सैनिकों ने खुद कहा कि पहले जब फ़ौजी को ट्रेन में कहीं जाना होता था तब टॉयलेट के पास बैठ कर सफर करना पड़ता था। अब घर से ही सैकिंड क्लास एसी की टिकट बुक हो जाती है। फौजी कहीं भी आराम से सफर कर सकता है। यह मोदी सरकार की देन है।

पूर्व सीएम ने कहा कि देश की 90 प्रतिशत आबादी गाँवों में रहती है। देश के विकास के लिए इस अधिकतर आबादी का विकास होना ज़रूरी है। ग्रामीण विकास के लिए कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य पालन और कॉपरेटिव विभाग में काम पड़ता है। 2007 की सरकार में यह विभाग हमने अपने पास रखे थे, ताकि ग्रामीण विकास हो। आज इनमें से अधिकतर विभाग वीरेंद्र कँवर के पास है। हमें गर्व होता है यह सुनके प्रदेश के हर कोने से लोग आकर कहते हैं कृषि मंत्री बढ़िया काम कर रहे हैं। पूर्व सीएम ने कृषि मंत्री की पीठ थपथपाते हुए उनके काम की प्रसंशा की।

जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराने लोग, बड़े बुजुर्ग यहां बैठे हैं, उन्होंने विकास होते हुए देखा है। 1998 से पहले इस क्षेत्र के हालात क्या थे उस से नई पीढ़ी अनभिज्ञ है, बच्चों को पता नहीं है, नई बहू को जानकारी नहीं है क्योंकि इतिहास उनको पता नहीं है। नई पीढ़ी को यही लगता है यह विकास शुरू से ही यहीं था और ऐसे ही था। आज कोट चोरी सड़क के विस्तारीकरण के लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने करोड़ों रुपए के बजट का प्रावधान करवाया है, लेकिन जो बच्चा आज से 10 साल बाद जन्म लेगा और वह जब होश में आएगा तो यही समझेगा कि यह सड़क शुरू से ही ऐसे ही चौड़ी थी। सुजानपुर से लग देवी सड़क का शिलान्यास सन 1950 में हो गया था, लेकिन उसका उद्घाटन तब हुआ जब 1998 की सरकार में उसका काम पूरा हुआ। 1950 के दशक में हमीरपुर से आवाहदेवी की सड़क भूतपूर्व सैनिकों ने खुद अपने हाथों से एक छोटे से रास्ते को काटकर बनाई थी। सब अपने घर से औजार और खाना लेकर आते थे और अपने हिस्से का 15 दिन का योगदान इस सड़क को बनाने में देते थे, मुफ्त में काम करते थे। किसी को इस काम की एवज में कोई मुआवजे नहीं मिला था। उन्होंने अपना पसीना बहा करे सड़क बनाई थी। आज उस सड़क में जितनी मर्जी इंप्रूवमेंट कर लो लेकिन उन बुजुर्गों की मेहनत को, उनके बहाए पसीने को भी याद रखो। जो राष्ट्र समाज कॉम अपना इतिहास भूल जाती है, उसको इतिहास भुला देता है। इसलिए अपना इतिहास हमेशा याद रखना चाहिए। बड़े बुजुर्ग यहां पर बैठे हैं, उनको क्षेत्र का इतिहास पता है। उनको पता है यहां विकास कैसे हुआ है। नई योजनाएं लाओ, उनको लागू करो, विकास को आगे बढ़ाओ लेकिन साथ में अपना पुराना इतिहास भी याद रखो।

सम्बंधित समाचार

Comments are closed