राज्यपाल ने की राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की कार्यशाला की अध्यक्षता

शिमला: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में आज राजभवन में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत मल्टी सेक्टोरल कन्वरजेंस फॉर टी.बी. फ्री हिमाचल प्रदेश पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम में युवाओं की सक्रिय भागीदारी पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि इस अभियान से विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को जोड़ने की आवश्यकता है और इसके माध्यम से उनकी ऊर्जा का उपयोग सही दिशा में किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह लोगों से जुड़ा हुआ अभियान है जिसमें रेडक्रॉस महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वर्ष 2025 तक देश से क्षय रोग उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है परन्तु हिमाचल में वर्ष 2023 तक यह लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मिल-जुलकर कार्य करने का आह्वान किया और इस बीमारी के बारे में प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने शहरी और ग्रामीण जनता में किसी प्रकार के भेदभाव के बिना इस कार्यक्रम का कार्यान्वयन समरूपता से किया जाना चाहिए।

 उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के अनुरूप इस बीमारी के लिए भी एक मानक संचालन प्रक्रिया बनाई जानी चाहिए ताकि संक्रमित व्यक्ति एक समय सीमा के अन्दर ठीक हो सके जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्होंने लोगोें को इस अभियान से जुड़ने और इस बीमारी से स्वस्थ हुए लोगांे को दर्शाने वाले लेख प्रकाशित किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के उन्मूलन के लिए एक सक्रिय अभियान चलाया जाना चाहिए। 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक हेम राज बैरवा ने इस अवसर पर राज्यपाल का स्वागत किया और क्षय रोग मुक्त हिमाचल के सम्बंध में संक्षिप्त जानकारी दी।

द यूनियन के दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. के.एस. सचदेव ने कहा कि यह एक श्वास संबंधी संक्रमण है जिसे जन अभियान के माध्यम से समाप्त किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में क्षय रोग उन्मूलन का पहला विचार रखा गया था और प्रधानमंत्री वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के साथ 160 कॉरपोरेट जुड़े हैं और एक वर्ष में इसे बढ़ाकर 500 करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने एक नियमित अन्तराल में सम्पूर्ण जनसंख्या की जांच पर बल दिया ताकि सक्रिय मामलों का पता लगाया जा सके।

राज्य क्षय रोग अधिकारी एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के उप मिशन निदेशक गोपाल बेरी ने प्रदेश में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम पर एक प्रस्तुति दी।

बहु क्षेत्रीय समन्वय (अच्छा प्लस) के क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. चन्द्रावली ने टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम पर समन्वय के विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुति दी। उन्होंने सभी स्तरो पर जागरूकता कार्यक्रमों पर बल दिया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों ने अपने मूल्यवान विचार रखे।

एनएचएम के अतिरिक्त निदेशक निशांत ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।  

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