शिमला: हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता गणेश दत्त ने कहा है कि दशहरा पर्व के तुरन्त बाद किसी भी समय हिमाचल प्रदेश में सत्ता परिवर्तन संभव है। जिस प्रकार हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के अन्दर और मंत्रीमण्डल के बीच खिचड़ी पक रही है, उससे सता परिवर्तन की संभावनाएं प्रबल होती जा रही है। पार्टी प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की है कि उससे पहले कि उन्हें सत्ता से हाथ धोना पड़े उन्हें स्वयं ही अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी ने वर्तमान कांग्रेस सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है और विधान सभा भंग कर नया जनादेश लेने की मांग भी की है, क्योंकि वर्तमान सरकार पूरी तरह जनता का विश्वास खो चुकी है।
गणेश दत ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व उनके परिवार के विरूद्ध सीबीआई द्वारा शिकंजा कसने के बाद उनका मुख्यमंत्री पद् पर बने रहना असंभव हो रहा है। सरकार में हो रही उथल-पुथल से उनके सहयोगियों में ‘‘डुबते हुए जहाज से जैसे चूहों के भागने की स्थिति पैदा हो गई’’ और हिमाचल प्रदेश अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा है। मुख्यमंत्री पूरा समय अपने विरूद्ध चल रहे केसों की पैरवी में सारा समय बिता रहे हैं तथा प्रदेश की समस्याएं दिन प्रतिदिन विकराल होती जा रही है।
पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि सीबीआई की अर्जी पर सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 26 अक्तूबर की तारीख तय करना और सीबीआई द्वारा हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में चल रहे मामलों को दिल्ली हाईकोर्ट में स्थानातंरित करना तथा अभी हाल ही में हिमाचल उच्च न्यायालय द्वारा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के विरूद्ध चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों में मुख्यमंत्री की गिरफतारी तथा चार्जशीट दायर करने से पूर्व न्यायालय की अनुमति लेने के हिमाचल उच्च न्यायालय के आदेशों को निरस्त करने तथा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से पूछताछ करने के लिए उन्हें कस्टड़ी में लेने के सीबीआई के आवेदन को सुनवाई हेतु स्वीकार करना इस बात को बल प्रदान करता है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी खतरे में है और हिमाचल प्रदेश में सता परिवर्तन अपरिहार्य है।