हिमाचल: राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित विपक्ष ने लता मंगेशकर के निधन पर किया शोक व्यक्त

स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन अति दुखद: प्रो. धूमल

शिमला: राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने प्रसिद्ध पाश्र्व गायिका भारत रत्त्न लता मंगेशकर के निधन में गहरा शोक व्यक्त किया है। राज्यपाल ने अपने शोक सन्देश में कहा कि लता मंगेशकर के निधन से संगीत जगत को हुई क्षति को कभी पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा लता मंगेशकर का सम्पूर्ण जीवन संगीत साधना में बीता है। उन्होंने कहा कि वह गोवा से सम्बन्ध रखती थीं, क्योंकि उनके पिता दिनानाथ मंगेशकर गोवा से समबन्ध रखते थे। उन्होंने कहा कि संगीत के क्षेत्र में लता मंगेशकर का योगदान अतुलनीय है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि लता दीदी ने विभिन्न भाषाओं में गायन किया। उनके गायन से उनकी संगीत साधना और तपस्या सामने आई है।  

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि लता दीदी जी के निधन से संगीत का तारा टूट गया है। वह एक मधुर गायक और मृदुभाषी थी, जिसकी भरपाई करना मुश्किल है।

राज्यपाल ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

मुख्यमंत्री ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है, जिन्होंने आज मुम्बई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अन्तिम सांस ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि इनका जाना कला जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। लता जी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की है। कला क्षेत्र में उनका अनुकरणीय योगदान, कला जगत से जुड़े समस्त कलाकारों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।

जय राम ठाकुर ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवारजनों तथा उनके प्रशंसकों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन अति दुखद: प्रो. धूमल
पूर्व मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए हुए कहा लता दीदी के जाने से देश को हुई अपूरणीय क्षति

हमीरपुर: स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन अति दुखद है। लता दीदी के जाने से देश को अपूरणीय क्षति हुई है। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए यह बात कही है। गौरतलब है कि 92 वर्षीय लता मंगेशकर पिछले कुछ समय से बीमार थीं और उपचाराधीन थी। उनके कोविड टेस्ट की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लता मंगेशकर देश की बेहतरीन आवाज़ और प्रसिद्ध गायिका थीं। स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के जाने के साथ कला एवं संगीत जगत के एक स्वर्णिम अध्याय का अंत हुआ है। उनके गाए गीत आज भी लोगों में देशभक्ति और जवानों में वीरता भर देते हैं। मानवता के लिए लता दीदी सदैव प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।

स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर का निधन अति दुखद, मधुर आवाज हमेशा हमारे बीच जीवित रहेगी: राठौर

शिमला: कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने स्वरों की मलिका भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा है कि उनकी मधुर आवाज हमेशा हमारे बीच जीवित रहेगी।उन्होंने कहा है कि उनके गाये गीतों में राष्ट्र भक्ति से लेकर जिंदगी के खट्टे मीठे तराने हमेशा गूंजेंगे।

राठौर ने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना भगवान से करते हुए शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।

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