नई दिल्ली: प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत खोले गये खातों में जमाराशि अब 25,000 करोड़ रुपये का भी आंकड़ा पार कर गई है। यह रकम कम लागत वाली जमाराशि के रूप में बैंकों के पास आई है। पीएमजेडीवाई के तहत जो खाते खोले जा सकते हैं, वे बेसिक बचत बैंक जमा खाते (बीएसबीडीए) हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, इन खातों में शून्य बैलेंस रह सकता है। हालांकि, यह पाया गया है कि इन खातों में अच्छी-खासी राशि जमा की गई है।
7 अक्टूबर, 2015 को इन खातों में संग्रहित कुल जमाराशि 25146.97 करोड़ रुपये का आंकड़ा छू गई। बैलेंस वाले पीएमजेडीवाई खातों की संख्या भी अब बढ़कर 60 फीसदी से ज्यादा हो गई है। वहीं, दूसरी ओर शून्य बैलेंस वाले पीएमजेडीवाई खातों की संख्या घटकर 40 फीसदी से नीचे आ गई है।
इस उपलब्धि में जिन प्रमुख बैंकों ने उल्लेखनीय योगदान दिया है, उनमें भारतीय स्टेट बैंक (2989.18 करोड़ रुपये), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (2644.77 करोड़ रुपये), ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (2104.70 करोड़ रुपये), बैंक ऑफ बड़ौदा (1771.42 करोड़ रुपये) और यूको बैंक (1178.17 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
पीएमजेडीवाई – यह वित्तीय समावेश पर एक राष्ट्रीय मिशन है, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन 2014 में की थी और 28 अगस्त, 2014 को औपचारिक रूप से इसका शुभारंभ किया गया था। देश भर में सभी परिवारों को कवर करते हुए प्रति परिवार कम-से-कम एक बैंक खाता खोलना इस मिशन का मुख्य उद्देश्य रहा है।