अनुबंध कर्मचारियों की जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्व से विचार करेगी सरकार: मुख्यमंत्री

शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि कर्मचारी किसी भी सरकार की रीढ़ होते हैं तथा प्रदेश सरकार कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करने के लिए सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के अपने कर्मचारियों के साथ हमेशा सौहार्दपूर्ण संबंध रहे हैं और कर्मचारियों की समस्याओं से भलीभांति परिचित हैं। मुख्यमंत्री आज हमीरपुर में राज्य अनुबंध कर्मचारी संघ के सम्मान समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। अनुबंध कर्मचारियों को नियमित करने की समय सीमा 6 वर्षों से घटाकर 5 वर्ष करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। प्रदेश सरकार के इस निर्णय से 35 हजार से अधिक कर्मचारी लाभान्वित होंगे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि सरकार की जन कल्याण की नीतियों एवं कार्यक्रमों को राज्य के कर्मचारियों द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है। उन्होंने अनुबंध कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि अनुबंध कर्मचारियों के नियमितिकरण के लिए 31 मार्च की जो सीमा निर्धारित की गई है इस पर सरकार विचार करेगी और उचित निर्णय लेगी। कर्मचारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुरेन्द्र मनकोटिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने हमेशा अनुबंध कर्मचारियों के हितों की रक्षा की है तथा उनकी अनेक जायज मांगों जिनमें नियमितिकरण की समय सीमा को कम करना, अनुग्रह राशि प्रदान करना, 3 प्रतिशत वेतन वृद्धि तथा 135 दिनों के मातृत्व अवकाश को पूरा किया है।

संघ ने मुख्यमंत्री का अनुबंध कर्मचारियों के कल्याण के लिए लिए गए निर्णय पर आभार व्यक्त करते हुए आग्रह किया कि अनुबंध कर्मचारियों को पांच वर्षों का सेवाकाल पूरा करने के दिन नियमित करने की नीति बनाई जानी चाहिए। उन्होंने रोगी कल्याण समिति कर्मचारियों को नियमित करने और उनका विभागों में समायोजन के लिए भी आग्रह किया। उन्होंने दस से 15 वर्षों से अनुबंध पर अपनी सेवाएं दे रहे जलवाहकों को नियमित करने के लिए उचित नीति बनाने का भी आग्रह किया।

 

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