कश्मीर से कन्याकुमारी तक हम सब एक : मुख्यमंत्री

कश्मीर से कन्याकुमारी तक हम सब एक : मुख्यमंत्री

प्रत्येक नागरिक शांति और प्रेम के अग्रदूत के रूप में कार्य करे : मुख्यमंत्री

सीएम ने की बनीखेत में डी.ए.वी महाविद्यालय के रजत जयंती समारोह की अध्यक्षता

  • प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक मील पत्थर किए हैं स्थापित
सरकार कालेज को हर संभव सहायता करेगी प्रदान

सरकार कालेज को हर संभव सहायता करेगी प्रदान

शिमला : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि वह सदैव शांति और सामंजस्य बनाए रखने के पक्षधर रहे हैं और उनका विश्वास लोगों को विभाजित करना नहीं, बल्कि उन्हें एकसूत्र में पिरोना है। उन्होंने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को शांति और प्रेम के अग्रदूत के रूप में अपनी सेवाएं देने के लिए आगे आना चाहिए। मुख्यमंत्री आज चम्बा जिले के बनीखेत में बख्शी टेक चन्द डी.ए.वी महाविद्यालय के रजत जयंती समारोह की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मतदान हमारा संवैधानिक अधिकार है और लोकतांत्रिक प्रणाली में जाति, रंग और धर्म के आधार पर नहीं बल्कि नागरिकों के मताधिकार के आधार पर सरकारें सत्ता में आती और जाती हैं। भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि हम किसी विशेष दल अथवा व्यक्ति को वोट डालने के लिए बाध्य करें। उन्होंने कहा कि हम आपसी समन्वय और भाई-चारे की भावना के साथ ही एक सशक्त राष्ट्र निर्माण का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। कुछ लोग जब चुनाव हारते हैं तो आन्दोलन का रास्ता चुनते हैं, जो उचित नहीं है।

वीरभद्र सिंह ने कालेज प्रबन्धन को तय मानकों के आधार पर स्नातकोत्तर कक्षाएं आरम्भ करने के लिए अनापत्ति पत्र प्रदान करने तथा अनुदान से संबंधित मामले के बारे में छानबीन का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों को कालेज परिसर के आस-पास अतिरिक्त खण्ड का निर्माण करने के लिए सरकारी भूमि का चयन करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बीटीसी कालेज बनीखेत में 90 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाले प्रशासनिक खण्ड की आधारशिला भी रखी।

उन्होंने कहा कि यह शिक्षण संस्थान क्षेत्र का सबसे पुराना संस्थान है जो युवाओं को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सरकार कालेज को जब भी आवश्यकता होगी, हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि विकास के क्षेत्र में आज हिमाचल एक अग्रणी पर्वतीय राज्य बनकर उभरा है जिसका श्रेय डा. वाई.एस. परमार के समय से सत्तासीन कांग्रेस सरकारों को जाता है। प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक मील पत्थर स्थापित किए हैं। प्रदेश के गठन के समय कुल 300 किलोमीटर लम्बी सड़कें थीं, जो आज बढ़कर 34000 किलोमीटर हो गई हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक परिवार के पास बिजली, पेयजल सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और कश्मीर से कन्याकुमारी तक हम सब एक हैं। प्रायः देखा गया है कि कुछ लोग चुनाव के समय धर्म व जाति के नाम पर वायदे करते हैं लेकिन ऐसे लोग हमारे मित्र नहीं, बल्कि शत्रु हैं। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को इस प्रकार के साम्प्रदायिक ताकतों से सचेत रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों का सहिष्णुता एवं सन्नमार्ग पर चलने का आह्वान किया तथा कहा कि राष्ट्रीय एकता एवं सौहार्द सशक्त राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक है। वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने अढ़ाई वर्ष के कार्यकाल के दौरान 24 महाविद्यालय खोले हैं, जिससे अब प्रदेश में महाविद्यालयों की संख्या बढ़कर 94 हो गई है। उन्होंने कहा प्रदेश में स्थापित निजी महाविद्यालय भी गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने में योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर शैक्षणिक क्षेत्र एवं अन्य संबद्ध गतिविधियों में श्रेष्ठ कार्य करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। उन्होंने सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 51 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।

स्थानीय विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की सचिव आशा कुमारी

सचिव आशा कुमारी

हम वीरभद्र सिंह को सातवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं : आशा कुमारी

स्थानीय विधायक एवं अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की सचिव आशा कुमारी ने क्षेत्र में हुए विकास कार्यों विशेषकर डलहौजी में उपमण्डलाधिकारी कार्यालय खोलने और बनीखेत में अग्निशमन केन्द्र खोलने का श्रेय मुख्यमंत्री को दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पॉलीटैक्निक महाविद्यालय भवन का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा करने का आग्रह किया। उन्होंने तनुहट्टी-बनीखेत-चम्बा-भरमौर सड़क को राष्ट्रीय उच्च मार्ग में शामिल करने तथा इसके लिए धन राशि जारी करवाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम वीरभद्र सिंह को सातवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, क्योंकि वे एक सशक्त नेता हैं।

 

  • महाविद्यालय ने  किया है शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य

राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्राचार्य, प्राध्यापकों व बच्चों को कालेज की रजत जयंति समारोह आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा

कुलदीप सिंह पठानिया

कुलदीप सिंह पठानिया

कि इस महाविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है और अनेक प्रतिभावान छात्र तैयार किए हैं।

-राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष

कुलदीप सिंह पठानिया

 

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