2018 तक नहीं बढ़ेंगी बिजली की दरें

  • इन्वेस्टर मीट के दूसरे दिन सौर ऊर्जा, बल्क ड्रग, फूड पार्क से सम्बंधित उद्योगों ने दिखाई रूचि
  • प्रदेश में प्रचूर मात्रा में सस्ती बिजली उपलब्ध
  • उद्योगों के लिए 2018 तक नहीं बढ़ेंगी बिजली के दरें

शिमला: देश की राजधानी में इन्वेस्टर मीट के दूसरे दिन के दौरान, देश विदेश से आये निवेशकों ने, विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने में रूचि दिखाई। यह जानकारी देते हुए उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि दो दिवसीय इन्वेस्टर मीट, विभिन्न क्षेत्रों के छोटे बड़े उद्यमियों और उद्योगपतियों के लिए सार्थक मंच, प्रदान करने में सफल रही, जहॉं उन्होंने, अपनी बात रखने का पर्याप्त अवसर मिला।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध है तथा विभाग द्वारा उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है। सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के दृष्टिगत प्रदेश में स्थापित उद्योगों के लिए 2018 तक बिजली की दरें फ्रीज कर दी गई हैं जिसमें इस दौरान कोई भी बढ़ौतरी नहीं होगी। इस निर्णय से प्रदेश में लगने वाले उद्योगों को जबरदस्त प्रोत्साहन मिलेगा, क्योंकि बिजली स्वयं उद्योगों के लिए कच्चा माल है तथा उद्योगों की मूलभूत आवश्यकता है।

उद्योग मंत्री ने बताया कि प्रदेश में, जहां लोगों ने हाईड्रो पावर में रूचि दिखाई है वहीं सौर उर्जा के क्षेत्र में भी निवेशकों का रूझान बढ़ा है। आज सौर ऊर्जा निवेश के हिसाब से बड़ा क्षेत्र है, इन्वेस्टर मीट के दौरान ’ग्रीन मंत्र’ औद्योगिक घराने ने, प्रदेश में सौर उर्जा से सम्बंधित उद्योग लगाने में इच्छा व्यक्त की है।

उद्योग मंत्री ने बताया कि प्रदेश में, पूरे विश्व के लिए विभिन्न औद्योगिक इकाईयों द्वारा दवाओं का निर्माण किया जाता है तथा काफी संख्या में उद्योगपतियों ने बल्क ड्रग्स उत्पादन में भी रूचि दिखाई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसमें प्रदेश में भारी निवेश होगा।

उन्होंने हिमाचल को पुनः औद्योगिक पैकेज दिये जाने की केन्द्र सरकार से गुहार लगाई और कहा कि पैकेज मिलने से प्रदेश में और अधिक उद्योग आकर्शित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विषम एवं कठिन भौगोलिक स्थिति के चलते हिमाचल को औद्योगिक पैकेज दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार अभी तक अपने स्तर पर विभिन्न तरह की रियायतें उद्योगों को दे रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में प्रदेश में उद्योग स्थापित किये जा सकें। प्रदेश में सरप्लस बिजली उपलब्ध है तथा प्रदेश में बहने वाला पानी से न केवल बिजली बल्कि पानी पर आधारित अनेक उद्योग भी लगाये जाने की संभावना है ।

आज के सत्र में एयरो एयरक्राफ्ट ने शिमला-दिल्ली फ्लाइट चलाने, उबेर इंडिया ने टैक्सी चलाने तथा फिल्म और फूड पार्क से सबंधित कईं उद्यमियों ने उद्योग मंत्री तथा विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात की।

इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त श्रीकांत बाल्दी, सचिव उद्योग आरडी धीमान, निदेशक उद्योग राजेन्दर सिंह, निदेशक पर्यटन मोहन चौहान तथा आयुक्त श्रम एवं रोजगार अमित कश्यप भी उपस्थित थे।

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