बीएड डिग्री धारकों को जेबीटी भर्ती के लिए पात्र बनाने का हाईकोर्ट की ओर से फैसला आने के बाद से जेबीटी प्रशिक्षु आक्रोशित
सभी डाइट केंद्रों में प्रशिक्षुओं का लगातार तीसरे दिन भी कक्षाओं का बहिष्कार जारी
हिमाचल: प्रदेश बेरोजगार जेबीटी और डीएलएड प्रशिक्षु संघ की ओर से मांगों को लेकर आज शिमला में प्रदर्शन किया। प्रशिक्षु बड़ी संख्या में टॉलैंड में एकत्र हुए हैं और नारेबाजी की। बीएड डिग्री धारकों को जेबीटी भर्ती के लिए पात्र बनाने का हाईकोर्ट की ओर से फैसला आने के बाद से जेबीटी प्रशिक्षु आक्रोशित हैं। सरकार से मांग कर रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट में उनका केस लड़ा जाए। प्रशिक्षुओं का कहना है कि भर्ती में बीएड वालों के आने से उनका नंबर ही नहीं आएगा। अपने हक के लिए वह न्यायिक लड़ाई लड़ेंगे।
हिमाचल जेबीटी प्रशिक्षु संघ के प्रदेश महासचिव मोहित ठाकुर ने बताया कि सरकार द्वारा उनकी मांग नहीं मानी जा रही है। उनका कहना था कि प्रदेश में 40000 के लगभग जेबीटी प्रशिक्षु हैं, लेकिन अब कोर्ट के फैसले के अनुसार बीएड अध्यापकों को जेबीटी अध्यापक की जगह लगाया जाएगा, जिसके कारण हजारों जेबीटी बेरोजगार हो जाएंगे। उनका कहना था कि प्रदेश में इतनी डाइट खुली है, जहां जेबीटी को प्रशिक्षण दिया जाता है, लेकिन जब जेबीटी को हटाना ही था तो यह डाइट क्यों खोली गई। संघ के प्रदेश महासचिव का कहना है कि जब तक कोई सरकार का नुमाइंदा, यहां आकर उनकी मांगे नहीं सुनता तब तक यह धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।
प्रशिक्षुओं की योजना राज्य सचिवालय के बाहर प्रदर्शन करने की थी, लेकिन पुलिस की ओर से उन्हें टॉलैंड आगे नहीं जाने दिया। इसके चलते प्रशिक्षु टॉलैंड में धरने पर बैठ गए। इससे छोटा शिमला, खलीनी-बीसीएस और पुराना बस स्टैंड के लिए यातायात भी बाधित हो रहा।