शिमला: प्रदेश कांग्रेस महासचिव रामलाल ठाकुर, प्रवक्ता कुलदीप सिंह पठानिया व सुभाष मंगलेट ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिह के धर्मशाला न जाने के फैसले को उचित ठहराते हुए कहा है कि अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के स्वाभिमान को जो ठेस पहुंचाने का कार्य किया था, उसमें उन्हें मुंह की खानी पड़ी है।
उन्होंने कहा कि जिस निर्वाचित जनप्रतिनिधि को प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद की गरीमा का ज्ञान नहीं है, उससे कोई क्या उम्मीद कर सकता है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह धर्मशाला मैच देखने जाते तो इससे इस समारोह की गरीमा बढ़ती। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अनुराग ठाकुर ने क्रिकेट के इस मैच को राजनैतिक अखाड़ा बना डाला, जोकि निन्दनीय है। उन्होंने कहा कि धूमल परिवार प्रदेश में एचपीसीए को अपनी निजी सम्पत्ति समझने लगा है, जो न ही खेल के लिए और न ही खेल प्रेमियों के लिए उचित है।
उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर को मरियादा में रहते हुए संयमित एवं शालिन बयानबाजी करनी चाहिए, विशेष रूप से ऐसी व्यक्ति के विरूद्ध कुछ कहने से पूर्व उन्हें दो बार सोचना चाहिए, जो लगभग साढ़े पांच दशकों से सक्रिय राजनीति में हैं और पूरे देश में वरिष्ठतम नेताओं में एक हैं।