100 करोड़ नागरिकों का टीकाकरण कर भारत ने स्थापित किया अद्भुत कीर्तिमान: प्रो.धूमल

पूर्व मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री सहित केंद्र व प्रदेश सरकार वैज्ञानिकों डॉक्टरों नर्सों पैरामेडिकल स्टाफ और कोरोना वॉरियर्स को दी बधाई

टौणीदेवी : 100 करोड़ देशवासियों का कोविड वैक्सिनेशन अभियान के तहत टीकाकरण कर भारत ने आज के दिन अद्भुत कीर्तिमान स्थापित किया है। आज का दिन ही बहुत महत्वपूर्ण है, 21 अक्टूबर 1951 को डॉ श्याम प्रशाद मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी, जो देश में मूल्यों आधारित राजनीति करने और सत्ता को जनसेवा का साधन मानने वाली विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का मूल संगठन है। आज के दिन ही देश के स्वतंत्रता आंदोलन में ऐतिहासिक योगदान देने वाली आजाद हिंद सेना का भी स्थापना दिवस है। सभी स्वतंत्रता सेनानियों को हमारा शत शत नमन है। 21 अक्टूबर 1959 को को चीनी सैनिकों द्वारा की गई ग़द्दारी और भारतीय रणबांकुरों की जाबांजी की याद में आज पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। कर्तव्य निभाते हुए शहीद हुए सीआरपीएफ के सैनिकों को भी हम श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

हमीरपुर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने यह बात कहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र व प्रदेश सरकार वैज्ञानिकों डॉक्टरों नर्सों पैरामेडिकल स्टाफ और कोरोना वॉरियर्स को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 100 साल बाद देश में आई इस तरह की महामारी से बचने के लिए देशवासियों को सुरक्षाकवच प्रदान करने की भांति विश्व के सबसे बड़े कोविड-वैक्सिनेशन अभियान की शुरुआत भारत में की गई थी। इस अभियान में देश ने 278 दिनों के बाद 100 करोड़ देशवासियों को वैक्सीनेशन रूपी सुरक्षा कवच पहुंचा कर बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया है, जो हम सबके लिए हर्ष और गर्व का विषय है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बड़ी उपलब्धि के पीछे प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी की हर हाल में देशवासियों की सुरक्षा के लिए संकल्पित दृढ़ इच्छाशक्ति, वैज्ञानिकों की मेहनत औऱ कोरोना वारियर्स की हिम्मत जुड़ी हुई है। कोरोनावायरस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री ने समय-समय पर हर तरीके से देशवासियों की हिम्मत और साहस को बढ़ाया है, उन्होंने हर मुमकिन कोशिश की जिससे देशवासियों को इस महामारी से लड़ने का होंसला मिलता रहा। देश के वैज्ञानिकों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए देश में ही इस महामारी से बचने के लिए सुरक्षाकवच के रूप में वैक्सीनेशंज तैयार की। और पूरे देश ने देखा है कि किस प्रकार देश के डॉक्टरों नर्सों पैरामेडिकल स्टाफ ने और सभी कोरोना वॉरियर्स ने सारी मुश्किलों का सामना करते हुए, कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी इस अभियान को बढ़ाने के लिए अपनी जी जान लगा दी। हिमाचल जैसी पहाड़ी राज्य में जहां पर भौगोलिक परिस्थितियां दुर्गम होती हैं वहां पर कई कई किलोमीटर पैदल चलकर भी लोगों को वैक्सीनेशन पहुंचाई गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मुहिम तब तक नहीं रुकनी चाहिए जब तक देश के शत-प्रतिशत पात्र नागरिकों का टीकाकरण करने का लक्ष्य प्राप्त नहीं हो जाता है।

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