हिमाचल के जन-जातीय क्षेत्रों के निवासियों का प्राचीन व्यवसाय भेड़ पालन

जुब्बल: खाई में गिरने से करीब 200 भेड़-बकरियों की मौत, उपायुक्त ने दिए भेड़-बकरी पालकों को तुरन्त फौरी राहत प्रदान करने के निर्देश

दस प्रभावित भेड़-बकरी पालकों को लगभग एक लाख रुपये की राशि फौरी राहत के तौर पर की गई है प्रदान 

शिमला: जुब्बल थाना क्षेत्र के तहत हाटकोटी इलाके में 200 भेड़-बकरियों की गहरी खाई में गिरने से मौत हो गई। ये घटना भड़ोट गांव में बीती देर रात को हुई।  पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक डोडरा क्वार से दो दर्जन के करीब भेड़पालक करीब 1500 भेड़ बकरियां लेकर सिरमौर के पांवटा साहिब की तरफ जा रहे थे। रात को भेड़पालक हाटकोटी के गेस्टा में शॉर्टकट रास्ते से गुज़र रहे थे। इसी बीच जब सैंकड़ों भेड़-बकरियां पहाड़ी पर से तंग रास्ते से गुजर रही थीं, तो उनका संतुलन बिगड़ा और वो खाई में गिर गईं। जिसमें करीब 200 भेड़-बकरियों की मौत हो गई।
वहीं उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि गत रात्रि जुब्बल की उप-तहसील सरस्वतीनगर के भड़ोट गांव के समीप भेड़-बकरियों के नाले में गिरने से हुई मौत के प्रति भेड़-बकरी पालकों को तुरन्त फौरी राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन ने तुरन्त संज्ञान लेते हुए दस प्रभावित भेड़-बकरी पालकों को लगभग एक लाख रुपये की राशि फौरी राहत के तौर पर प्रदान की गई है।
नायब तहसीलदार सरस्वतीनगर ने जानकारी दी कि हरिन्द्र सिंह सुपुत्र त्रिलोक सिंह, जोगिन्द्र सिंह सुपुत्र रत्न सिंह, राजपाल सुपुत्र प्रेमचंद, उस्ताद सुपुत्र सरणदास, नंदलाल सुपुत्र गिना सिंह, कमाल चंद सुपुत्र पिताम्बर, मणतेश सुपुत्र नेपाल सिंह, चमन सुपुत्र केलु राम, विनोद कुमार सुपुत्र हीरा सिंह तथा जगदीश सुपुत्र चन्द्र सिंह को फौरी राहत दी गई है। 
उपायुक्त ने अधिकारियों को इस संबंध में सम्पूर्ण जानकारी का ब्यौरा जुटाकर नुकसान के आंकलन के उपरांत रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ताकि नियमानुसार प्रभावितों को और अधिक सहायता व राहत राशि दी जा सके।

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