नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से पहले जान लें ये जरूरी नियम : आचार्य महेंद्र कृष्ण शर्मा

नवरात्रि की शुरुआत होते ही कल से सभी मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे नवरात्रि में नौ दिन तक मां दुर्गा  के अलग-अलग स्वरूप की पूजा होती हैनवरात्रि पूजा की शुरुआत घटस्थापना के साथ की जाती है।

नवरात्रि व्रत के दौरान अपना पूरा ध्‍यान भक्ति-भाव में लगाने और नियमानुसार पूजा-पाठ करने से ही व्रत पूरा होता है लिहाजा इन नियमों का पालन जरूर करें।

नवरात्रि के पहले दिन विधि-विधान से घट स्‍थापना करें।

जानें पृथ्वी पुत्र "मंगल" किस प्रकार लाभ देता है : कालयोगी आचार्य महेन्द्र कृष्ण शर्मा

आचार्य महेंद्र कृष्ण शर्मा

नवरात्रि के दौरान रोज सुबह जल्‍दी स्‍नान करके साफ कपड़े पहनें और फिर पूजा स्‍थल की भी सफाई करें। इसके बाद रोज नियमानुसार पूजा करें।

सुबह के अलावा शाम को भी घी का दीपक लगाकर आरती करें।

यदि अखंड ज्‍योति प्रज्‍वलित की है तो उसके 9 दिन तक चौबीसों घंटे प्रज्‍वलित रखने का उचित इंतजाम करें। आखिरी दिन पूजा के बाद उसे बुझाएं नहीं बल्कि अपने आप ठंडी होने दें।

दिन में जब भी समय मिले, रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मंत्र जाप करें।

इस दौरान बाल-नाखून न काटें।

व्रत में फलाहार करें। गलती से भी तामसिक चीजें न खाएं।

मां दुर्गा उन्‍हीं लोगों पर कृपा करती हैं, जिनका मन भी शुद्ध हो। लिहाजा व्रत के दौरान ना तो गुस्‍सा करें और ना ही किसी को अपशब्‍द कहें।

 कुछ घरों में देवी मां के लिए अखंड ज्योति भी प्रज्वलित की जाती है। इस नौ दिन अखंड ज्योति प्रज्वलित करने का बहुत महत्व है,लेकिन घटस्थापना और अखंड ज्योति को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं, उन नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता हैअगर इन्हें जरा भी नजरअंदाज किया जाए तो इसके नतीजे उल्टे हो सकते हैं।आइए जानते हैं अखंड ज्योति से जुड़े कुछ अहम नियम…

· मान्यता है कि मां दुर्गा के लिए अखंड ज्योति लगाते समय सीधे जमीन पर नहीं रखनी चाहिए इसके लिए लकड़ी की चौकी लेकर उस पर एक लाल रंग का कपड़ा बिछा लें इसके बाद चौकी पर दीपक रखें

·  नवरात्रि की पहले दिन पूजा के समय अखंड ज्योति की विधि-विधान से पूजा की जाती है।। ज्योति प्रज्वलित करने से पहले इसका संकल्प लेना चाहिए और पूरे भक्ति-भाव के साथ मां दुर्गा से इसे निर्विघ्न पूरा करने की प्रार्थना करनी चाहिए

· ध्यान रहे कि अखंड ज्योति 9 दिनों कर चौबीस घंटे प्रज्वलित रहनी चाहिए. दिए की लौ किसी भी तरह से बुझने न पाए इस बात का ध्यान हमेशा रखें अखंड ज्योति का बीच में बुझ जाना अशुभ माना जाता है

· अखंड ज्योति को कभी पीठ न दिखाएं पूजा करते समय भगवान और अखंड ज्योति की तरफ ही मुंह करके बैठें

· अगर घर में अखंड ज्योति जला रहे हैं, तो घर को किसी भी कीमत पर अकेला नहीं छोड़ना चाहिए इसके साथ ही घर में मां की अराधना और जाप करते रहें

अखंड ज्योति के लिए शुद्ध देसी घी का ही प्रयोग करें अगर ऐसा न कर पाएं तो इसके लिए सरसों का तेल या तिल का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं इतना ही नहीं, अखंड ज्योति का गंदे हाथों से हाथ न लगाएं

अगर घर में अखंड ज्योति प्रज्वलित नहीं कर पाते, तो मंदिर में जाकर ज्योति के लिए घी दान करें और मंत्र का जाप करें

 अखंड ज्योति प्रज्वलित करते समय ध्यान रखें कि इसके लिए रूई की जगह कलावे का इस्तेमाल करें इतना ही नहीं, कलावे की लंबाई ज्यादा रखें ताकि 9 दिनों तक लगातार ज्योति जलती रहे

 

सम्बंधित समाचार

अपने सुझाव दें

Your email address will not be published. Required fields are marked *