Cabinet Decisions: केंद्र सरकार ने गेहूं की एमएसपी में 40 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी को दी मंज़ूरी
Cabinet Decisions: केंद्र सरकार ने गेहूं की एमएसपी में 40 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी को दी मंज़ूरी
Rabi Crops MSP: दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच मोदी सरकार ने गेहूं समेत अन्य रबी फ़सलों के नए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का ऐलान किया है। आज हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में नई दर को मंज़ूरी दी गई।
कैबिनेट के फ़ैसले के मुताबिक़ गेहूं की न्यूनतम ख़रीद मूल्य में 40 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई है। गेहूं की ख़रीद मूल्य को 1975 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 2015 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सरकार के मुताबिक़ गेहूं की उत्पादन लागत 1008 रुपए प्रति क्विंटल रहने का अनुमान है और इस लिहाज से किसानों को लागत मूल्य से 100 फ़ीसदी ज़्यादा मुनाफ़ा देने का दावा किया गया है।
इसी तरह चना के ख़रीद मूल्य में 130 रुपए की बढ़ोत्तरी करके 5230 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सरकार का दावा है कि ये चना के अनुमानित लागत से 74 फ़ीसदी ज़्यादा है। दूसरे अन्य फ़सलों की बात करें तो जौ के ख़रीद मूल्य को 35 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर 1635 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। वहीं मसूर के एमएसपी को 400 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाकर 5500 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
सरसों के भी एमएसपी यानि ख़रीद मूल्य पर 400 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी कर 5050 रुपए कर दिया गया है जो सरकार के मुताबिक़ लागत मूल्य से 100 फ़ीसदी अधिक है। नई दर अक्टूबर-नवम्बर में बोई जाने वाली रबी फ़सलों पर लागू होगी जिसकी बिक्री अगले साल 2022 के अप्रैल-जून के बीच की जाएगी।