शिमला: राजधानी शिमला के कनलोग इलाके में बने मजदूरों के एक ढारे से वीरवार देर रात तेंदुआ एक बच्ची को उठा ले गया। देर रात तक बच्ची की तलाश की गई। हालांकि देर रात वन्यजीव विभाग को लड़की के कुछ कपड़े मिले थे। कुछ एक जगह से खून के धब्बे भी मिले थे। शुक्रवार सुबह फिर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। इस दौरान बच्ची का सिर मिला है।
कनलोग की पार्षद बृज सूध ने बताया कि साथ लगते जंगल से बच्ची का सिर बरामद किया गया है। वन्य जीव विभाग के डीएफओ कृष्ण कुमार ने बताया कि पूरे क्षेत्र में अलर्ट कर दिया गया है, तेंदुआ अब आदमखोर बन गया है।
आपको बता दें कि करीब पांच साल की यह बच्ची यहां अपने परिवार के साथ रहती थी। यहां हौंडा शोरूम के साथ लगती जमीन पर कई मजदूरों के ढारे हैं। इनमें से कई मजदूरों के पास पालतू कुत्ते भी हैं। अंदेशा है कि यह तेंदुआ कुत्ते के लिए घात लगाए बैठा था। लेकिन जैसे ही एक ढारे से बच्ची बाहर निकली की तेंदुए ने इसे ही उठा लिया।
कई लोगों के सामने ही तेंदुआ साथ लगते जंगल में गायब हो गया। बच्ची के परिजनों ने पता चलते ही शोर मचाया, लेकिन तब तक तेंदुआ जंगल में भाग चुका था। बाद में इसकी सूचना न्यू शिमला पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने वन्यजीव विभाग को इसकी सूचना दी। देर रात करीब 11 बजे वन्यजीव विभाग और पुलिस ने साथ लगते जंगल में सर्च अभियान शुरू किया। देर रात तक बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया था। शुक्रवार सुबह बच्ची का सिर मिला है।
डीएफओ कृष्ण कुमार ने बताया कि पूरे क्षेत्र को अलर्ट कर दिया गया है।