हिमाचल विधानसभा मॉनसून सत्र: आउटसोर्स भर्तियों को लेकर विपक्ष ने किया सदन से वाकआउट

हिमाचल: प्रदेश विधानसभा मॉनसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष में नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव के तहत आउटसोर्स का मामला उठाया। विधामसभा अध्यक्ष विपिन परमार सभी सदस्यों से बैठने का आग्रह करते रहे।

विपक्ष की तरफ़ से नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विधायक आशा कुमारी, इंद्र दत्त लखनपाल, कर्नल धनीराम शांडिल  ने नियम 67 के तहत स्थगन प्रस्ताव के तहत आउटसोर्स का मामला उठाया और इसके लिए नीति बनाने की मांग उठाई। विपक्ष ने कहा कि बेरोजगारों से खिलवाड़ किया जा रहा है। विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा मांगी, मगर इस प्रस्ताव को स्पीकर विपिन सिंह परमार ने अस्वीकार कर दिया।  जिसपर विपक्ष ने सदन में नारेबाज़ी शुरू कर दी।  विधानसभा अध्यक्ष ने शोर शराबे के बीच  प्रश्नकाल शुरू कर दिया।  एक तरफ प्रश्नकाल चलता रहा उधर विपक्ष ने नारेबाज़ी करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उम्मीद की जा रही थी कि विपक्ष जिम्मेदारी से सार्थक चर्चा करेगा। मंगलवार को भी नियम 67 के तहत चर्चा मांगकर प्रश्नकाल को बाधित किया और वाकआउट किया गया। बुधवार को भी सत्र चलने की उम्मीद थी। विपक्ष ने भी कई महत्वपूर्ण विषय उठाए थे। बुधवार को भी नोटिस दिया गया। प्रश्नकाल के दौरान व्यवधान डाला गया। वह इसकी कड़ी निंदा करते हैं। नियम 67 में बहुत महत्वपूर्ण विषय हो तो ही काम रोककर चर्चा होती है।

गत वर्ष भी इन्होंने कोविड पर नियम 67 में प्रस्ताव दिया तो सरकार ने इस पर लंबी चर्चा करवाई थी। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो भी भर्ती हो रही है, वह नियमानुसार हो रही है।

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