हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र आरंभ, पहले दिन दिवंगत नेताओं के निधन पर हुआ शोकोद्गार
हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र आरंभ, पहले दिन दिवंगत नेताओं के निधन पर हुआ शोकोद्गार
शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सदन की कार्यवाही शुरू की। सदन दिवंगत नेताओं के निधन के शोकोदगार के साथ शुरू हुआ। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आईजीएमसी में 8 अगस्त को निधन हुआ। जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेंद्र बरागटा पीजीआई में 5 जून को निधन हो गया था। इसके अलावा अमर सिंह चौधरी भोरंज हमीरपुर, मंडी जोगिन्दरनगर से राम सिंह, चम्बा से मोहन लाल जो विधानसभा के सदस्य रहे उनका भी इस दौरान निधन हो गया। बजट सत्र व मानसून सत्र के बीच 5 विधानसभा सदस्यों का निधन हुआ।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शोकोदगार पर बोलते हुए वीरभद्र के राजनीतिक जीवन की खूब प्रशंसा की। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि वीरभद्र सिंह मज़बूती के साथ ज़मीन में खड़े रहते थे। वीरभद्र सिंह ने राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश का विकास किया और कभी भेदभाव नहीं किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि बहुत बड़ा नेतृत्व में कांग्रेस के हाथ और प्रदेश से चला गया है। नरेंद्र बरागटा के निधन पर भी शोक व्यक्त किया व इसके परिवारों को दुःख सहने की ताकत प्रदान करने की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने पांच सदस्यों के निधन पर दुःख व्यक्त किया। कोरोना व मानसून की आपदा में मारे गए लोगों के निधन पर भी मुख्यमंत्री ने दुःख ज़ाहिर किया गया।
मुख्यमंत्री के बाद विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि 9 बार विधायक, 5 बार सांसद रहे व 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह भले ही राज परिवार में पैदा हुए लेकिन 60 साल तक लोगों के दिलों में राज किया। उन्होंने कहा कि डॉ. परमार को हिमाचल का निर्माता कहा जाता है तो वीरभद्र सिंह को आधुनिक हिमाचल का निर्माता माना जाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से उनकी आदमकद प्रतिमा को रिज पर स्थापित करने की मांग की सदन में उठाई।