स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलें सेवा विस्तार: रोहित ठाकुर

सरकार ने वैक्सीन पंजीकरण की प्रक्रिया को इतना जटिल बनाया कि आम लोग वैक्सीन से वंचित : रोहित ठाकुर

  • स्वास्थ्य मंत्री बोल रहें सफ़ेद झूठ : रोहित ठाकुर

शिमला: स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल सफ़ेद झूठ बोल कर सच्चाई पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहें हैं। यह बात पूर्व मुख्य संसदीय व पूर्व विधायक रोहित ठाकुर ने एक ब्यान में कहीं। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि मंत्री प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठाड़ी के रदद् होने का कारण बजट ना होने की बात कहकर अपनी अज्ञानता का परिचय न दें। रोहित ठाकुर ने कहा कि पूरी औपचारिकता, बजट का प्रावधान व आवश्यक पद सृजित करने के बाद ही तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कैबिनेट में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठाड़ी को स्वीकृति प्रदान की थी। भाजपा झूठ और गुमराह की राजनीति कर रहीं हैं यदि औपचारिकताएं और बजट का प्रावधान न होता तो पीएचसी कुठाड़ी वर्ष 2017 से 2020 तक Functional कैसे रही।

रोहित ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा नवम्बर, 2020 में पीएचसी कुठाड़ी को बंद करने के निर्णय पर जनता ने कड़ा विरोध किया था उस समय भाजपा सरकार ने द्वेषपूर्ण राजनीति के चलते जनाक्रोश को अनदेखा किया और जनता को मज़बूरन कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाना पड़ा और अभी भी मामला न्यायालय में विचाराधीन हैं। उन्होंने कहा कि नावर क्षेत्र की जनता भाजपा की द्वेषपूर्ण राजनीति और मौक़ापस्त नीयत से भली-भांति वाकिफ़ हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि उप चुनाव को देखते हुए भाजपा को पीएचसी कुठाड़ी की याद आई हैं। इससे पहले भी पिछले कार्यकाल में भाजपा ने इसी तरह से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, कुठाड़ी की नोटिफिकेशन को 2009 में रदद् किया था।

रोहित ठाकुर ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में चार मेडिकल कॉलेज और 200 से अधिक पीएचसी खोलें जिसमें जुब्बल-नावर-कोटखाई में पूरे प्रदेशभर में सर्वाधिक 10 पीएचसी, 2 उप स्वास्थ्य केंद्र व एक सीएचसी खोला गया था। उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस ने ग्रामीण इलाक़ो में जन-जन तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुँचाने के लिए स्वास्थ्य संस्थान खोलने को प्राथमिकता दी वहीं कोरोना काल मर भाजपा सरकार ने प्रदेश में 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बन्द किए जिसमें पीएचसी कुठाड़ी भी शामिल हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य ढांचा पूरी तरह से चरमरा गया हैं इन कटु अनुभवों का ख़ुलासा कोरोना काल में स्वयं भाजपा के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री भी कर चुके हैं। भाजपा सरकार की उदासीनता और कमज़ोर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते कोरोना काल में 3600 लोगों की बहुमुल्य जानें चली गई। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार की दूरदर्शी सोच का परिणाम हैं कि हिमाचल में ऑक्सीजन प्लांट, 4 मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए थे अन्यथा कोरोना काल में स्थिति और भी भयावह होती।

रोहित ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री का जुब्बल-नावर-कोटखाई का दौरा पूरी तरह से फ़्लॉप रहा हैं। ट्रॉमा सेंटर की घोषणा वर्ष 2018 में की गई थी और अब तीन वर्ष के अंतराल बाद शिलान्यास किया जा रहा हैं। स्वास्थ्य मंत्री जुब्बल-नावर-कोटखाई में बड़ी-2 बातें कर जनता को गुमराह कर रहें हैं जबकि कोरोना काल मे स्वास्थ्य मंत्री की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में रहीं। रोहित ठाकुर ने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य मंत्री की निष्क्रियता के चलते स्वास्थ्य सुविधाएं राम भरोसे थी जिसके चलते मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बार-2 हस्तक्षेप करना पड़ा। प्रदेश में वैक्सीन की भारी कमी के चलते सरकार ने वैक्सीन पंजीकरण की प्रक्रिया को तकनीकी रूप से इतना जटिल बनाया हैं की आम लोग वैक्सीन से वंचित हैं। कोरोना काल में भाजपा के पीपीई किट घोटाले से पूरा हिमाचल शर्मसार हुआ हैं जिस पर भाजपा मौन हैं।

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