जयराम सरकार के मंत्री मुख्य सचिव से उलझे

  • मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव के साथ दुर्व्यवहार चिंता का विषय : विक्रमादित्य सिंह

  • अधिकारियों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार या अपमान नहीं किया जा सकता सहन : कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर

शिमला: हिमाचल प्रदेश के एक कैबिनेट मंत्री काफी समय सुर्खियों में बने हुए हैं। मंत्री अक्सर के सरकारी कर्मियों और अफसरों को धमकाने और सस्पेंड करने के वीडियो मीडिया में आते रहे हैं। ताजा मामला कैबिनेट मीटिंग से जुड़ा है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यह मंत्री कैबिनेट मीटिंग में मुख्य सचिव अनिल खाची से उलझ गए।

हिमाचल कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही मंत्री और मुख्य सचिव अनिल खाची में तीखी बहस होने लगी। मुख्य सचिव ने अपनी बात रखी। लेकिन मंत्री के गरम मिजाज पर मुख्य सचिव ने भी फिर सख्त लहजे में अपनी बात रखी। फिर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हस्तक्षेप कर मामला शांत करवाया।

  • मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव के साथ दुर्व्यवहार चिंता का विषय : विक्रमादित्य सिंह

वहीं कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में आज मंत्री द्वारा मुख्य सचिव से कथित तौर पर दुर्व्यवहार की भी कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि इस प्रकार का कोई भी व्यवहार किसी भी अधिकारी के मनोबल पर विपरित असर डाल सकता है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव के साथ इस प्रकार का दुर्व्यवहार चिंता का विषय है। विक्रमादित्य सिंह ने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया है कि वह प्रदेश में अव्यवस्था फैला रहें है। अधिकारियों पर दबाव बना कर उन्हें अपने कर्तव्य निष्ठा से दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि आज प्रदेश में सरकार और ब्यरोक्रेसी में कोई तालमेल नहीं रह गया है और दोनों में दूरियां बढ़ती जा रही है।

  • अधिकारियों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार या अपमान नहीं किया जा सकता सहन : कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर

कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मंत्रिमंडल की बैठक में एक मंत्री द्वारा मुख्य सचिव के साथ दुर्व्यवहार करने पर भी कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि अधिकारियों के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार या अपमान सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष एक मंत्री द्वारा मुख्य सचिव का अपमान होना बहुत ही निदनीय है। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार का व्यवहार अधिकारियों के मनोबल को तोड़ सकता है और इससे हमारी शासकीय व्यवस्था कमजोर पड़ रही है। इसलिए मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों, नेताओं को अनुशासन में रखने के साथ उनपर नकेल कसने की बहुत ही जरूरत है।

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