बिलासपुर: प्रदेश के बिलासपुर जिले में गोबिंदसागर झील में 36 किलो वजन की सिल्वर किस्म की मछली पकड़ी गई है। गुरुवार को भी इसी प्रजाति की दो बड़ी मछलियां पकड़ी गई हैं। भाखड़ा बांध के पीछे बनी गोबिंदसागर झील में होने वाली मछली की बहुत मांग है। साफ और ठंडे पानी में पाई जाने वाली यह मछली खाने में भी स्वादिष्ट होती है।
गोबिंदसागर झील में कई किस्मों की मछलियां पाई जाती हैं। गोबिंदसागर झील में मछली का कारोबार कर रहे ठेकेदारों के कामगारों ने बुधवार को 36 किलो की मछली पकड़ी थी। वीरवार को भी दो बड़ी सिल्वर प्रजाति की मछलियां पकड़ी हैं। गर्मी अधिक होने पर बड़ी मछली सांस लेने के लिए पानी में ऊपर आ जाती है। इतनी भारी मछली को बोट में लाना कठिन होता है।
मत्स्य विभाग के ठेकेदार रीपू कोहली ने बताया कि सिल्वर नस्ल की मछली की बाजार में बहुत मांग है। जाल में फंसी भारी-भरकम मछली को देखने और मोबाइल में फोटो खींचने के लिए लोगों में होड़ लग गई है। कहा कि गोबिंदसागर झील में कतला, गूंछ, गोल्डन, मासेर इत्यादि नस्लों की मछली अधिक होती है। मत्स्य विभाग के एडीएफ श्यामलाल ने बताया कि इससे पहले भी गोबिंदसागर झील में 60 से 65 किलोग्राम तक भार की मछली पकड़ी गई है।