हिमाचल कैबिनेट निर्णय : 12वीं की परीक्षा निरस्त, सीबीएसई की तर्ज पर प्रमोट होंगे विद्यार्थी

  • भारत सरकार के निर्णय के अनुरूप प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए 12वीं की वार्षिक परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया गया

शिमला: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में आज यहां आयोजित प्रदेश मंत्रिमण्डल की बैठक के दौरान राज्य में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान भारत सरकार के निर्णय के अनुरूप प्रदेश में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए 12वीं की वार्षिक परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया गया। मंत्रिमण्डल ने निर्णय लिया कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सीबीएसई द्वारा मूल्यांकन के लिए सुझाए गए मापदण्डों को ध्यान में रखते हुए 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम के लिए मापदण्ड विकसित करके परीक्षा परिणाम घोषित करेगा। इस प्रकार परिणाम घोषित होने के उपरान्त यदि कोई विद्यार्थी परिणाम से सन्तुष्ट न हो तो उसे स्थिति सामान्य होने पर बोर्ड द्वारा करवाई जाने वाली विशेष परीक्षा में बैठने का मौका उपलब्ध होगा।

मंत्रिमण्डल ने अस्पतालों से होम रिकवरी के लिए डिस्चार्ज किए गए कोविड-19 रोगियों के लिए दूरभाष के माध्यम से परामर्श सुनिश्चित करवाने का निर्णय लिया। बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि स्वास्थ्य विभाग को वैक्सीन निर्माताओं से सीधे तौर पर अधिक वैक्सीन के प्रापण के लिए अन्य विकल्पों पर विचार करना चाहिए।

इससे पूर्व, मंत्रिमण्डल ने मुख्य सचेतक एवं जिला शिमला के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेन्द्र बरागटा के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया। मंत्रिमण्डल ने राज्य में, विशेषकर बागवानी क्षेत्र में, नरेन्द्र बरागटा के योगदान की सराहना की। इस अवसर पर मंत्रिमण्डल ने दिवंगत नेता के सम्मान में दो मिनट का मौन भी रखा।

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