बिलासपुर: अब घुमारवीं में नहीं होगी पेयजल की किल्लत

  • 53 करोड़ रुपये से बन रही पेयजल योजना का खाद्य आपूर्ति मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने किया निरीक्षण

  • जून, 2022 तक बनकर होगी तैयार

बिलासपुर :- घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए राहत की खबर है। घुमारवीं में पेयजल की कमी को दूर करने के लिए सतलुज नदी से पानी उठाया जाएगा जिसपर लगभग 53 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है। भटोली के समीप सतलुज नदी पर बन रहे इनटेक स्ट्रक्चर का रविवार को खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिन्द्र गर्ग ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।

इस अवसर पर उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों के पीने के पानी की समस्या का समाधान करने के लिए प्रदेश सरकार ने घुमारवीं के लिए सतलुज नदी से 53 करोड़ रुपये की लगात से निर्मित होने वाली उठाऊ पेयजल योजना स्वीकृत की गई है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि पेयजल योजना भटोली के पास सतलुज से बनकर तैयार होगी जिसका काम तीव्रता के साथ चला हुआ। उन्होंने बताया कि पेयजल योजना का आधुनिक तकनीक के साथ निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सतलुज नदी से पानी उठाकर दूसरी स्टेज तक ले जाया जाएगा जहां पर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर पानी की गुणवत्ता, शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाएगा ताकि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों को गुणवत्तायुक्त शुद्ध जल उपलब्ध करवाया जा सके।

उन्होंने कहा कि इस योजना में सतलुज नदी से पानी उठाकर बड़े टैंकों तक पहंुचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक टैंक मैहरन तथा दूसरा टैंक लदरौर और एक टैंक रोपा में बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी की सभी योजनाओं को सतलुज नदी के पानी से फीड किया जाएगा ताकि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लोगों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि इस योजना को आगामी जून, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि घुमारवीं विधानसभा क्षेत्र के लिए सतलुज नदी से जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत बनने वाली इस महत्वकांक्षी पेयजल योजना का कार्य युद्धस्तर पर चला हुआ है। पेयजल योजना जिसकी अनुमानित लागत 53 करोड़ रुपये है जिसके तहत 32 करोड़ रुपये की स्वीकृत मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि इस योजना का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा इनटेक स्ट्रक्चर है जो नदी के बीच में बनकर तैयार हो रहा है, उसका कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। इसके साथ मुख्य जल भण्डारण टैंक जिसकी क्षमता 7 लाख 75 हजार लीटर है उसका कार्य लगभग पूर्ण कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि गांव रोपा में बनने वाले भण्डारण टैंक जिसकी क्षमता 4 लाख 60 हजार लीटर है उसका कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। उस टैंक से रोपा, नाल्टी पेहड़वी व औहर की तरफ पानी की आपूर्ति की जाएगी तथा इसके उपरांत लदरौर में भी 2 लाख 86 हजार लीटर के टैंक का निर्माण लगभग 85 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है जिससे लगभग 5 पंचायते घण्डालवीं, पन्तेहड़ा, हम्बोट, तडौन व बरोटा लाभान्वित होगीं।

उन्होंने बताया कि विभिन्न व्यास की पाइपों को बिछाने का कार्य भी युद्ध स्तर पर चला हुआ है जिसमें लदरौर की तरफ बिछाई जाने वाली पाईप लाईन का कार्य लगभग 40 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है तथा बद्धाधाट की तरफ जाने वाली पाईप लाईन का कार्य भी लगभग 90 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। रोपा टैंक को आने वाली पाईप लाईन का कार्य भी लगभग 75 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है तथा राइजिंग मेन पाईप का कार्य भी लगभग 50 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है।

इस अवसर पर अधिशाषी अभियंता घुमारवीं जल शक्ति सतीश शर्मा, सहायक अभियंता भराड़ी रवींद्र रणौत, कनिष्ठ अभियंता उपस्थित रहे।

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