मुख्यमंत्री बोले : स्कूल 15 अप्रैल तक रहेंगे बंद, विकास कार्यों और पर्यटन जैसे महत्वूपर्ण क्षेत्रों में बंदिशें नहीं

  • कोरोना की स्थिति की लगातार की जा रही है निगरानी

  •  सीएम ने की प्रदेशवासियों से सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने की अपील

    कोरोना दौर में 3500 करोड़ की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास व उद्घाटनः मुख्यमंत्री

  • कुल्लू में स्वास्थ्य विभाग के 5.80 करोड़ के आवासीय भवनों का किया लोकार्पण

कुल्लू:  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूलों को आगामी 15 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है, हालांकि विकास कार्यों और पर्यटन जैसे महत्वूपर्ण क्षेत्रों में बंदिशें नहीं लगाई गई हैं।  कुल्लू में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना की स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेशवासियों से सरकार और प्रशासन के दिशा-निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने की अपील भी की।मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि पिछला पूरा वर्ष कोरोना संक्रमण के संकट के बीच गुजरा है जिससे देश भर में आर्थिक गतिविधियों पर विपरीत असर पड़ा लेकिन प्रदेश सरकार ने इस दौरान तकनीक का भरपूर उपयोग करके वर्चुअल माध्यम से विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में 3500 करोड़ की विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए।

मुख्यमंत्री आज कुल्लू के परिधि गृह में 5.80 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित स्वास्थ्य विभाग के आवासीय भवनों के लोकार्पण के उपरांत एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुल्लू के तेगुबेहड़ में निर्मित टाईप-4 के आठ व टाईप-3 के आठ आवासीय क्वार्टर्ज को लेकर चिकित्सकों व स्टाफ नर्सों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी प्रदेश में विकास की गति को रूकने नहीं दिया और इन भवनों का निर्माण भी इसी दौर के बीच पूरा किया गया है। कोविड-19 के संकट से निपटने में जिस प्रकार स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी भूमिका का निर्वहन करके एक मिसाल कायम की है, उसकेे लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं।

जय राम ठाकुर ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी के साथ फैल रहा है और हिमाचल भी इससे अछूता नहीं है। कोरोना की दूसरी लहर और अधिक खतरनाक है जो सभी के लिए चिंता की बात है। इस वायरस को अधिक गंभीरता के साथ लिया जाना चाहिए और सावधानी व सतर्कता बेहद जरूरी है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि वे पूर्व की भांति आम जनमानस को संक्रमण से बचाव के लिए और अधिक तत्परता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि जीवन बचाना सबसे बड़ी प्राथमिकता है, इसलिए मानक संचालन प्रक्रिया में किसी प्रकार की ढील नहीं दी जा सकती।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के चलते पिछले वर्ष विशेषकर पर्यटन क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुंचा। प्रदेश में अभी तक पर्यटकों के आवागमन पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई गई है लेकिन एसओपी में निर्धारित मानदण्डों की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब में कोरोना संक्रमण दूसरी बार तेजी से फैल रही है जिसके कारण हिमाचल प्रदेश के सीमांत जिलों विशेषकर ऊना व सोलन में मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में देश के वैज्ञानिकों ने कोरोना वैक्सीन तैयार की है जो काफी कारगर साबित हुई है। आज से यह वैक्सीन 45 वर्ष की आयु के लोगों को भी लगनी शुरू हो गई है। वैक्सीन संक्रमण से बचाव करेगी लेकिन लोग जब भी घर से बाहर काम के लिए निकलें तो मास्क का उपयोग, परस्पर दूरी और सेनेटाईजर का इस्तेमाल सुनिश्चित करें।

जय राम ठाकुर ने कहा कि इस साल का बजट सबसे कठिन परिस्थितियों के बीच पारित किया गया और ऐसा कठिन दौर इससे पहले इतिहास में कभी नहीं आया। बावजूद इसके बजट में विकास कार्यों व सामाजिक क्षेत्र को प्राथमिकता प्रदान की गई है और पर्याप्त धनराशि का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में अनेकों विकास परियोजनाओं के निर्माण कार्य अगले एक-दो माह के भीतर पूरे हो रहे हैं और वह जल्द ही इनके लोकार्पण के लिए जिला का दौरा करेंगे।

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