मुख्य सचिव ने दिए सूखे जैसी स्थिति से निपटने को कृषि व बागवानी विभागों को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश

भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय केंद्र शिमला ने आयोजित किया किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम

  • शीतोषण फलों व बगीचे में किये जाने वाले कार्यों तथा परागण, फूलों के बचाव तथा स्प्रे के बारे में दी जानकारी

शिमला : भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान,क्षेत्रीय केंद्र, अमरतारा कॉटेज, शिमला के शोधफार्म ढांडा में सावग एवं पट्टी बडोग पंचायत, जिला सोलन के 35 किसानों के लिए “बागवानी प्रशिक्षण एंव कार्यक्रम” विषय पर नाबार्ड एंव अंबूजा सिमेंट फाउडेशन के सौजन्य से 2-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह आज 18 मार्च को आयोजित किया गया जिसमे मुख्य अतिथि डॉ. कल्लोल प्रामाणिक, अध्यक्ष, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान- क्षेत्रीय केंद्र, अमरतारा कॉटेज, शिमला रहे।

उन्होंने इस केंद्र के शीतोषण फलों जैसे सेब, अखरोट, नाशपाती, स्ट्र्वेरी, अनार, कीवी, खुमानी तथा अन्य गुठलीदार फलों के पौधों को बारिमे तथा इस समय बगीचे में किये जाने वाले कार्यों तथा परागण, फुलो के बचाब तथा स्प्रे के बारे में बताया |

इस अवसर पर ढांडा शोधफार्म के इंचार्ज एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ॰ ए.के. शुक्ला और वैज्ञानिक डॉ॰ संतोष ने सेब, अनार एवं कीवी के बारे में विस्तार से प्रयोगात्मक जानकारी दी जैसे कि ग्रफ्तिंग, प्रुनिंग, ट्रानिंग, कटिंग तथा कीटनाशकों तथा अन्य प्रकार की स्प्रे के बारे में बताया| इस मौके पर  प्रदीप कुमार, अंबूजा सिमेंट फाउडेशन के तरफ से अपनी उपस्थिती दर्ज की एवं धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

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