देश में साउथ अफ्रीका स्ट्रेन के चार, ब्राजील के दो और यूके कोरोना स्ट्रेन के पाए गए 187 केस : स्वास्थ्य मंत्रालय

  • आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका के म्युटेंट स्ट्रैन के भारत में चार मामले पाए गए हैं। ये सभी जनवरी 2021 में साउथ अफ्रीका से लौटे थे। इन सभी के साथ इनके कॉन्टैक्ट की टेस्टिंग करके क्वारंटीन किया गया है

 नई दिल्ली: देश में कोरोना की स्थिति की जानकारी देते हुए सरकार ने बताया कि यहां अब तक साउथ अफ्रीका स्ट्रेन के चार, ब्राजील स्ट्रेन के दो और यूके कोरोना स्ट्रेन के 187 केस पाए गए हैं। आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने कहा कि साउथ अफ्रीका से आने वाले चार लोगों में साउथ अफ्रीकन स्ट्रेन पाया गया है। सभी यात्रियों और उनके कॉन्टैक्ट को क्वॉरन्टीन कर टेस्ट किया गया। वहीं ब्राजील वैरिएंट SAS-CoV-2 का एक केस फरवरी के पहले हफ्ते में सामने आया। इस वायरस स्ट्रेन को आईसीएमआर पुणे में सफलतापूर्वक आइसोलेट किया गया। ब्राजील और साउथ अफ्रीका वाले वैरिएंड यूके वाले वैरिएंट से अलग हैं।

इसके साथ ही बलराम भार्गव ने जानकारी दी कि आज भारत में यूके वैरिएंड के 187 मरीज हैं। सभी कंफर्म केस को क्वॉरन्टीन किया गया है और इलाज हो रहा है। इनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की गई और उन्हें आइसोलेट किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास जो वैक्सीन उसमें इस यूके वैरिएंट को न्यूट्रलाइज करने की क्षमता है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोरोना पर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि मंगलवार दोपहर एक बजे तक देश भर में कोरोना वैक्सीन की 87 लाख 40 हजार 595 डोज दी गईं। 85 लाख 69 हजार 917 लोगों को पहला डोज दिया गया जबकि 1 लाख 70 हजार 678 लोगों को दूसरा डोज दिया गया. राजस्थान, केरल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार सहित 14 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 70 फीसदी से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड टीके की पहली खुराक दी गयी।

वहीं दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश सहित 11 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 50 फीसदी से भी कम स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड टीके की पहली खुराक दी गयी। झारखंड, असम, उत्तर प्रदेश, गुजरात सहित आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 60 फीसदी से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड टीके की दूसरी खुराक दी गयी।

 

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