हिमाचल: प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन प्रश्नकाल शुरू हुआ तो विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बीते कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शब्दों पर आपत्ति जताई। विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाया। कहा कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष के लिए गलत शब्द इस्तेमाल किए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से इन शब्दों को रिकॉर्ड से हटाने की मांग उठाई। मुख्यमंत्री बोले, आपको दुख पहुंचाने की मेरी कोई मंशा नहीं थी। विस अध्यक्ष विपिन परमार ने रिकॉर्ड की जांच के बाद इस बाबत फैसला लेने का आश्वासन दिया। करीब आधा घंटा पक्ष-विपक्ष में तीखी नोकझोंक हुई। आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष के कहने पर 25 मिनट के बाद प्रश्नकाल शुरू हो गया।
भटियात से भाजपा विधायक बिक्रम सिंह जरियाल ने अपने हलके के रुपेणा-कथयारी सड़क निर्माण का मामला उठाया। जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि 587 पेड़ों को काटने की इजाजत मिलते ही सड़क निर्माण में तेजी लाई जाएगी। कहा कि 2007-08 में पीएमजीएसवाई फेज-7 के तहत इस दस किलोमीटर लंबी सड़क के लिए 275.63 लाख रुपये मंजूर हुए थे। इसमें अभी तक पांच किलोमीटर सड़क ही बनी है।
भाजपा विधायक रमेश धवाला के सवाल पर ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाने को कोई पाबंदी नहीं है। जो व्यक्ति मापदंड पूरे करेगा, वह प्रोजेक्ट लगा सकता है। बड़े प्रोजेक्टों की शर्तें अलग से तय की गई हैं। कहा कि परियोजना निर्माता किसी भी समय इक्विटी शेयर सरकार द्वारा स्वीकृत जल विद्युत नीति के प्रावधानों के अनुसार विक्रय कर सकता है। पांच मेगावाट तक क्षमता व इससे अधिक क्षमता की परियोजनाओं के लिए अलग से मापदंड हैं। 5 मेगावाट तक की क्षमता वाली परियोजनाओं में 100 फीसदी तक की इक्विटी शेयर मूल हिमाचलियों को ट्रांसफर कर सकता है, जबकि गैर हिमाचलियों को 49 फीसदी इक्विटी शेयर ट्रांसफर कर सकता है।