- बिना पास के हरियाणा से हिमाचल आए लोगों को आशा वर्कर ने किया होम क्वारांटाइन वहीं पुलिस ने चालान कर भेज दिया वापिस हरियाणा
डॉ. प्रखर गुप्ता/पांवटा पांवटा साहिब में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस में आपसी तालमेल की कमी नजर आई है। सूत्रों के मुताबिक वीरबार को हरियाणा से 3 व्यक्ति अपनी निजी कार में बिना पास के हिमाचल की अंतरराजयीय सीमा बहराल को पार करते हुए पंचायत पातलियों में प्रवेश कर गए। स्थानीय लोगो ने इसकी सूचना आशा वर्कर बबली देवी को दी तो वे मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंच कर जब आशा वर्कर ने उन व्यक्तियों से हरियाणा से हिमाचल में आने का पास के बारे में पूछा तो उन्होंने कोई पास नहीं दिखाया और कहा कि वे अपने निजी वाहन नंबर HR-07 L 2513 से जंगल के रास्ते से बिना पास के हिमाचल में आये है। वहीं यह भी पता लगा की उनमें से एक व्यक्ति हरियाणा से हिमाचल रोज आता- जाता है।! इसके बाद बिना पास के आने पर इन 3 व्यक्तियों की सूचना आशा वर्कर ने पुलिस को दी तब मौके पर पुलिस पीसीआर पहुंची जहाँ पर आशा वर्कर ने पुलिस को कार्यवाही हेतु लिखित शिकायत भी दी और पुलिस इन व्यक्तियों को इनकी निजी गाडी सहित पुलिस थाना पांवटा साहिब ले गयी। हैरानी की बात तो यह है की जब शाम को आशा वर्कर इन व्यक्तियों को होम क्वारांटाइन करने के लिए मौके पर आई, तो तीनों व्यक्ति वहां पर मौजूद नहीं पाए गए। आशा वर्कर ने जब आसपास के लोगों से पूछा तो पता लगा कि तीनों व्यक्ति पुलिस स्टेशन से वापिस आने के बाद यहां से चले गए है! उधर जब हमने एस एच ओ संजय शर्मा से इस बाबत बात की तो उन्होंने बताया की उन व्यक्तियों का चालान करके उन व्यक्तियों को वापस भेज दिया गया है।
अब सवाल यह उठता है कि जब आशा वर्कर ने पुलिस को कार्यवाही करने हेतु जब लिखित शिकायत दी और उन व्यक्तियों को होम क्वारांटाइन करके उनके घर के वाहर होम अंडर क्वारंटाइन का पोस्टर चस्पा कर दिया था, तो क्यों पुलिस द्वारा इन व्यक्तियों पर चालान करने के बाद होम/संस्थागत क्वारंटाइन नहीं किया गया? क्या विभागों में आपसी सामंजस की कमी है या इसे विभागों की लापरवाही कही जाए! कही विभागों की लापरवाही कोरोना माहामारी के दौरान जनता पर भारी न पड़ जाए!