- लोगों का मनोबल बढ़ाने और सरकारी प्रयासों को मजबूत करने के लिए एसजेवीएन देर रहा है अपना खास योगदान
शिमला: कोविड-19 के संकट से इस वक्त पूरी दुनिया जूझ रही है। वहीं इस संकट की इस घड़ी में एसजेवीएन कोविड से लड़ने के लिए देश के साथ पूरी मजबूती से खड़ा है। सामाजिक रूप से एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में एसजेवीएन द्वारा इस महामारी का सामना करने के लिए हर संभव सहयोग प्रदान कर रहा है।
वहीं अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने आज जानकारी देते हुए बताया कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एसजेवीएन द्वारा
विभिन्न पहलें करते हुए हिमाचल प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड राज्यों में सरकारों के प्रयासों में यथासंभव सहयोग दे रहा है। उन्होंने बताया कि एसजेवीएन झाकड़ी (शिमला) तथा बायल (कुल्लू) स्थित परियोजना अस्पतालों में 8 आइसोलेशन बेड तैयार करने के अलावा, किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्वोरेटांईन यूनिटों के रूप में उपयोग हेतु 54 क्वार्टर भी तैयार कर चुका है। इसके अलावा एसजेवीएन शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) के लिए 6 वेंटिलेटरों, टांडा के डीआरपीएमसी के लिए 5 वेंटिलेटरों तथा रामपुर के एमजीएच के लिए 2 वेंटिलेटरों की खरीद के लिए लगभग 1,00,00,000/- रुपए (एक करोड़ रुपए) की वित्तीय मदद दे चुका है । इस वित्तीय मदद में पीपीई, फेस मॉस्कों तथा सैनिटाइजरों की खरीद के लिए प्रावधान भी शामिल हैं।
शर्मा ने आगे बताया कि जरूरतमंद लोगों को भोजन और अन्य जरूरी वस्तुओं की व्यवस्था करने हेतु कांगड़ा जिला प्रशासन को 20,00,000/- रुपए (बीस लाख रुपए) और इसी तरह हमीरपुर जिला प्रशासन को 10,00,000/- (दस लाख रुपए) दिए गए हैं। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश में परियोजनाओं/कार्यालयों के आस-पास आम जनता को 16000 ट्रिपल लेयर फेस मास्क, 5160 सैनिटाइजर भी उपलब्ध करवाने के लिए खरीदे गए हैं।
शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन बिहार में 1320 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट का निर्माण कर रहा है। एसजेवीएन ने आसपास के क्षेत्र की जनता के फायदे के लिए बक्सर स्थित सरकारी अस्पतालों को 4 वेंटिलेटर दिए हैं। इन अस्पतालों में आइसोलेशन यूनिट लगाने के लिए गद्दों, चादरों और सिराहनों के साथ 120 सेमी फोलर बेड उपलब्ध करवा रहा हैl इसके अलावा प्रशासन को लगभग 5000 फेस मास्क, 6000 सैनिटाइजर भी उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने आगे बताया कि सद्भावना के तौर पर एसजेवीएन बक्सर थर्मल पावर प्लांट के आसपास के रहने वाले परियोजना प्रभावित प्रत्येक परिवार को 4 साबुनों के हिसाब से कुल 30,000 यूनिट उपलब्ध करवा रहा है।
शर्मा ने आगे बताया कि एसजेवीएन कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम पर जागरूकता को फैलाने के लिए अग्र भूमिका निभा रहा है। इस जागरूकता अभियान को जन-जन तक पहुँचाने के लिए और सरकारी प्रयासों को मजबूत करने के लिए होर्डिंगों, रेडियो जिंगलों, मोबाइल, मेडिकल यूनिटों, लाउडस्पीकरों के जरिए घोषणा करने जैसे विभिन्न साधनों का उपयोग किया जा रहा है l उन्होंने यह भी बताया कि आज की तारीख तक एसजेवीएन आम लोगों और मेडिकल स्टाफ को लगभग 75000 फेस मॉस्क और लगभग 18000 सैनिटाइजर वितरित कर चुका है।
उन्होंने कहा कि इस महामारी का सामना करने के लिए अमल में लाए जा रहे विभिन्न उपायों के लिए सामाजिक रूप से एक जिम्मेदार कंपनी के रूप में एसजेवीएन संकट की इस घड़ी में सरकार और देशवासियों के साथ मजबूती से खड़ा है और उदातापूर्वक सहायता उपलब्ध करवा रहा है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद के लिए एसजेवीएन प्रधानमंत्री पीएम केयर्स फण्ड में 25.32 करोड़ रुपए का योगदान दे रहा है। इसमें कर्मचारियों का 32 लाख रुपए का अंशदान शामिल है। एसजेवीएन के कर्मचारियों ने देशवासियों के साथ एकता की भावना को दर्शाते हुए यह अंशदान राशि अपने वेतनों में से दी है।