- मांगे नहीं मानी तो प्रदेश सरकार के खिलाफ होगा उग्र आंदोलन : जिला संयोजक सचिन
शिमला : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता फीस वृद्धि तथा शिक्षा सम्बन्धी मुद्दों को लेकर आज सड़कों पर उतर आए। हिमाचल प्रदेश के ICDEOL में 25 से 30 प्रतिशत फीस वृद्धि करना चिंता का विषय है अभाविप इस फीस वृद्धि को वापस लेने की मांग करती है। विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत आज उपायुक्त कार्यालय के समीप शिक्षा सम्बन्धी मुद्दों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन तथा प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
वहीं विद्यार्थी परिषद ने प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत आज कक्षाओं के बहिष्कार कर आरकेएमवी गेट पर ताला जड दिया।विद्यार्थी परिषद ने जहां पहले ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया है ,वहीं आज अभविप कार्यकर्ताओं ने फीस वृद्धि तथा शिक्षा सम्बन्धी मुद्दों मुद्दों को लेकर आज सुबह ही कक्षाओं का बहिष्कार किया। पूर्ण शिक्षा बन्द के तहत विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने कॉलेज गेट पर प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
अभाविप जिला संयोजक सचिन ने कहा कि यदि इन सभी मांगों को समय रहते पूरा नहीं किया गया तो विद्यार्थी परिषद आने वाले समय में उग्र आंदोलन करेगी यहां तक कि पुर्णतः शिक्षा बंद करने से भी परहेज नहीं करेगी। जिसकी जिम्मेदार सिर्फ प्रदेश की सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन होगा। अभाविप जिला संयोजक सचिन ने कहा कि विद्यार्थी परिषद प्रदेश सरकार से यह मांग करती है कि प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल किए जाएं तथा प्रदेश विश्विद्यालय के परीक्षा परिणाम एवं पुनर्मूल्यांकन के परिणाम समय से घोषित किए जाएं। केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर का निर्माण शीघ्र किया जाए, सरकारी मेडिकल महाविद्यालय में आधारभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए तथा उपकरणों, डॉक्टरों, अध्यापकों और स्टाफ की कमी को तुरन्त पूरा किया जाए। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर एवं वानिकी एवं बागवानी विश्विद्यालय नौणी में अत्यधिक फीस वृद्धि वापस लिया जाए और प्रदेश में आउटसोर्सिंग भर्तियों पर प्रतिबंध लगाकर नियमित भर्तियां की जाएं। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्विद्यालय हमीरपुर और कलस्टर विश्विद्यालय मंडी में शिक्षकों और गैर-शिक्षकों की नियमित भर्तियां की जाएं।