- एसजेवीएन इस वर्ष भारत तथा विदेशों में विद्युत परियोजनाओं के निर्माण के लिए निश्चित रूप से करेगा 1200 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश : सीएमडी नंद लाल शर्मा
नई दिल्ली: सतलुज जलविद्युत निगम लिमिटेड को सर्वश्रेष्ठ “जलविद्युत कंपनी के सीबीआईपी अवार्ड-2020” से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड भारत सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया द्वारा एसजेवीएन के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में प्रदान किया गया। यह अवार्ड केन्द्रीय जल आयोग के अध्यक्ष आर. के. जैन, केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण के अध्यक्ष पी. एस. महस्के तथा सीबीआईपी के सचिव वी.के. कंजलिया की गरिमामयी उपस्थिति में प्रदान किया गया। इस अवसर पर एसजेवीएन के निदेशक (विद्युत), आर.के. बंसल भी उपस्थित थे।
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने बताया कि एसजेवीएन ने जलविद्युत परियोजनाओं के रख-रखाव तथा बिजली उत्पादन में नए बेंच मार्क स्थापित किए हैं तथा नवीनतम स्टेट ऑफ आर्ट टेक्नोलॉजीज के उपयोग एवं गाद की समस्याओं से निपटने के लिए किए गए स्मार्ट समाधानों से राष्ट्र के लिए उत्कृष्ट योगदान देने के लिए यह अवार्ड प्रदान किया गया है। एसजेवीएन के 1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन तथा 412 मेगावाट रामपुर जलविद्युत स्टेशन ने निरपवाद रूप से अपने डिजाइन एनर्जी से अधिक का विद्युत उत्पादन किया है एवं इनका प्लांट उपलब्धता फैक्टर भी लगातार 100% से अधिक रहा हैं।
उन्होंने बताया कि अपने विद्युत स्टेशनों से वर्तमान वित्त वर्ष के लिए 9100 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन के
एमओयू लक्ष्य की तुलना में एसजेवीएन ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक 9270 मिलियन यूनिट से अधिक बिजली का उत्पादन किया है। उन्होंने आगे बताया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में एसजेवीएन की वित्तीय स्थिति, 2908.99 करोड़ रुपए की कुल राजस्व एवं 1364.29 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ के साथ उत्कृष्ट रही है ।
इस वर्ष एसजेवीएन भारत तथा विदेशों में विद्युत परियोजनाओं के निर्माण के लिए निश्चित रूप से 1200 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश करेगा। शर्मा ने बताया कि अगले वित्तीय वर्ष के लिए 2880 करोड़ रुपए के पूंजीगत निवेश की योजना है। जबकि, एसजेवीएन का अगले पांच वर्षों में चल रही तथा आने वाली परियोजनाओं पर 25000 करोड़ रुपए का निवेश करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य है।
एसजेवीएन ने नवीकरणीय ऊर्जा, विद्युत ट्रांसमिशन तथा ताप विद्युत के क्षेत्र में भी प्रवेश किया है एवं 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 12000 मेगावाट तथा वर्ष 2040 तक 25000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के आंतरिक विकास लक्ष्यों की परिकल्पना की है।
केंद्रीय सिंचाई एवं विद्युत बोर्ड (सीबीआईपी), एक प्रीमियर संस्थान है, जो विद्युत क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए 87 से अधिक वर्षों से पेशेवर संगठनों, इंजीनियरों एवं संबंधित व्यक्तियों को समर्पित सेवाएं प्रदान करता रहा है।