शिमला : शिमला में यातायात व्यवस्था को नियमित करने के लिए शुक्रवार को उपायुक्त दिनेश मल्होत्रा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। इसमें विधायक सुरेश भारद्वाज व अनिरूद्ध सिंह और वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। उपायुक्त ने कहा कि शिमला में यातायात व्यवस्था के नियमन के लिए यातायात से जुड़े विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित कर इस समस्या के निदान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। विधायक सुरेश भारद्वाज ने शिमला में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि यातायात के नियमन के लिए ऐसे कदम उठाए जाने चाहिएंजिससे कि शहर के स्थानीय लोगों को भी किसी असुविधा का सामना न करना पड़े। शिमला में यातायात समस्या को हल करने के लिए यहा से कुछ संस्थानों को शहर के बाहर ले जा कर स्थापित करने की आवश्यकता है। विधायक अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि सुबह और शाम के समय शहर में यातायात का दबाव अत्यधिक बढ़ जाता है। इसलिए कॉर्ट रोड के बिल्कुल समीप स्थित स्कूलों के शुरू होने और छुटी के समय में आशिक परिर्वतन किया जाना चाहिए।
पुलिस अधीक्षक डी डब्ल्यू नेगी ने कहा कि शहर में यातायात को और अधिक तरीके से व्यवस्थित करने के लिए यातायात ड्यूटी में पुलिस कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सड़क पर अवैध तरीके से भवन निर्माण और अन्य तरह के भारी सामान रखने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि कार्ट रोड तथा शिमला शहर की अन्य सड़को पर सिंगल साइड पार्किंग की व्यवस्था विकसित की जाए। पार्किंग स्थल चिह्नित किए जाएं।
सड़क के किनारे बेतरतीव खड़े किए जाने वाले वाहनों को उठाने के लिए क्रेन की संख्या भी बढ़ाई जाए। भारी माल ढोने वाले वाहनों को शोघी बाईपास से डाईवर्ट कर दिया जाए। हल्का माल ढोने वाले वाहनों की आवाजाही भी शहर में नियंत्रित तरीके से की जाए। यातायात को व्यवस्थि्त करने के लिए भवन निर्माण सामग्री जो कि सामान्यता सड़क के किनारे उतारी जाती है, उसे सुबह सात बजे तक उठाया जाना अनिवार्य बनाया जाएगा। लक्कड़ बाजार बस स्टैंड को ढली स्थानांतरित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। ढली-मल्याणा-टुटीकंडी मार्ग को सुदृढ़ किया जाए। यू-टर्न टै्रफिक जाम का मुख्य कारण बनते हैं। इसलिए कुछ चिह्नित स्थलों पर यू-टर्न की अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। कॉर्ट रोड और अन्य मार्गो पर सुबह आठ बजे से 11 बजे तक तथा शाम को चार से सात बजे तक वन-वे टैफिक व्यवस्था विकसित करने के प्रयास भी किए जाएंगे । शहर में सड़कों के किनारे विभिन्न साइन बोर्ड लागए जाएंगे। स्कूली वाहनों में पीला रंग करने की लिए प्रोत्साहन दिया जाए।