शिमला : राजधानी शिमला के कोटखाई का बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म और हत्या मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। चंडीगढ़ की सीबीआई कोर्ट में गुजरात के गांधीनगर के फोरेंसिक विशेषज्ञों ने रिपोर्ट और बयान दिया है कि इस मामले में आरोपी एक से ज्यादा होने की आशंका है। वहीं, सीबीआई करीब एक साल तक जांच के बाद एक चिरानी अनिल उर्फ नीलू को गिरफ्तार करके मामले को सुलझा चुकी है। विशेषज्ञों के इस बयान से अब सीबीआई जांच कठघरे में है।
बचाव पक्ष के वकील की ओर से चंडीगढ़ की सीबीआई अदालत में फोरेंसिक विशेषज्ञों से क्रॉस सवाल किए गए। फोरेंसिक साइंस लैब गांधीनगर के सहायक निदेशक एचवी आचार्य और साइकलॉजिकल डिविजन की सहायक निदेशक हेमांगी शाह का क्रॉस परीक्षण किया गया। जब कोर्ट में आचार्य से यह पूछा गया कि क्या आप अपनी रिपोर्ट में इस बात पर स्टैंड लेते हैं कि इस अपराध को एक से अधिक लोगों ने अंजाम दिया तो इस पर उन्होंने ‘हां’ कहा।
गुड़िया मामले में यह नया घटनाक्रम सामने आने के बाद मदद सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष तनुजा थापटा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इससे सीबीआई जांच पर सवाल खड़ा हो रहा है।