कोरोना काल में भी भारतीय अर्थव्यवस्था को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की सराहना : अनुराग ठाकुर

आरसीईपी में शामिल न होने का मोदी सरकार का फ़ैसला देश के किसानों, नौजवानों और एमएसएमई के हक़ में : अनुराग ठाकुर

शिमला : केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने बैंकाक में आसियान देशों व उनके मुक्त व्यापार समझौते (एफ़टीए) के भागीदार देशों के सम्मेलन में भारत की शर्तों के अनुरूप क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) से बाहर रखने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय का स्वागत करते हुए इसे देश के किसानों, नौजवानों और एमएसएमई के हितों की रक्षा के मोदी सरकार का एक बड़ा कदम बताया है।

अनुराग ठाकुर ने कहा”भारत अपनी शर्तों पर अपने व्यापारिक,सामरिक और आंतरिक हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। केंद्र की मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मूलमंत्र के साथ भारत को विश्वगुरु बनाने की राह पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के किसानों, बागवानों, नौजवानों की ना सिर्फ़ बात करते हैं बल्कि उनके हितों की रक्षा के लिए बड़े फैसले लेने में भी संकोच नहीं करते हैं। कल बैंकाक में आसियान देशों व उनके मुक्त व्यापार समझौते (एफ़टीए) के भागीदार देशों के सम्मेलन में मौक़े पर भारत की शर्तों को पूरा ना कर पाने की स्थिति में क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) से बाहर रखने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय सराहनीय कदम है। वैश्विक मंच पर देश हित में लिए गए इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए प्रधानमंत्री बधाई के पात्र हैं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत का आरसीईपी से हटने निर्णय मौजूदा वैश्विक परिस्थिति और समझौते की निष्पक्षता और संतुलन दोनों के आकलन के बाद लिया गया है। भारत जल्दबाजी में कोई भी एफटीए नहीं करेगा और घरेलू उद्योग के हितों से समझौता किए बिना और देश के किसानों, व्यापारियों, पेशेवरों और उद्योगों और श्रमिकों और उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए ही कोई गठजोड़ करेगा।

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