अनेकों बाधाएं पार कर अब होगा सालों का सपना साकार : प्रो.धूमल

प्रदेश में पुंजी निवेश हो, उद्योग लगें और नौजवानों को रोजगार मिले, ग्लोबल इन्वैस्टर मीट सफल हो, आओ सब मिलकर सहयोग करें : प्रो. धूमल

रीना ठाकुर/शिमला:  कुछ लोग ग्लोबल इन्वैस्टर मीट का विरोध कर रहे हैं और साथ ही यह मांग भी कर रहे हैं कि केन्द्र से उद्यौगिक पैकेज मांगा जाए। पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने आज एक प्रैस विज्ञप्ति में यह बात कही। उन्होंने कहा कि लगता है कि या तो उन्हें इतिहास का पता नहीं है, वास्तविकता का ज्ञान नहीं है या जानबूझ कर अनजाने बने हुये हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को याद रहे कि प्रदेश में हमारी भाजपा की सरकार के समय हमारे लगातार प्रयासों के स्वरूप तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्रद्वेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने एक दिसम्बर 2002 को शिमला आते हुये सोलन में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुये दस वर्ष के लिये हिमाचल प्रदेश, उतराखण्ड के लिये उद्यौगिक पैकेज देने की घोषणा की थी जिसके अन्तर्गत आयकर और उत्पाद शुल्क सहित अनेकों रियायतें दी गई थी।

प्रो. धूमल ने कहा कि यह पैकेज 2003 से लेकर 2013 तक था किन्तु दुर्भाग्यवश केन्द्र और प्रदेश में कांग्रेस की सरकारें आ गई और जून 2004 में जो बजट चिदम्बरम ने प्रस्तुत किया उसमें इस पैकेज को समाप्त करने की बात कही गई। हम विपक्ष में होते हुये इसका विरोध करते रहे परन्तु 2006 में केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने हिमाचल और केन्द्र में उनकी सरकार होने के बावजूद यह पैकेज छीन लिया। यह तथ्य अब पैकेज मांगने वालों को याद रखना चाहिये।

प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने केवल उद्यौगिक पैकेज ही नहीं छीना था अपितु हमारा विषेष श्रेणी राज्य का दर्जा भी छीन लिया था और जो सहायता हमें 90:10 के अनुपात में मिलती थी वह बन्द हो गई। परिणाम स्वरूप हर वर्ष हजारों करोड़ का नुकसान हिमाचल प्रदेश को होता रहा, तब कांग्रेस की बोलती बन्द थी।

उन्होंने कहा कि हम प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी के धन्यवादी हैं कि केन्द्र में एनडीए की सरकार आने के बाद मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमन्त्री शिवराज चौहान की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर हमारी मांग पर पुनः विचार करने के लिये बनाई गई समिति ने हिमाचल प्रदेश, उतराखण्ड और जम्मू और कश्मीर का विशेष श्रेणी राज्य का दर्जा बहाल कर दिया। जिससे हजारों करोड़ का लाभ इन राज्यों को मिलना प्रारम्भ हुआ। इस से स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा की सरकारों ने हमेश पहाड़ी राज्यों की मदद की है और कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए सरकारों ने कुछ देने की अपेक्षा जो हमें मिला था वो भी हमसे छीना है।

प्रो. धूमल ने कहा कि आओ सब मिलकर सहयोग करें ताकि प्रदेश सरकार की ग्लोबल इन्वैस्टर मीट सफल हो, प्रदेश में पुंजी निवेश हो, उद्योग लगें और नौजवानों को रोजगार मिले।

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