अंबिका/शिमला: शिमला के रिज मैदान पर आज नाबार्ड हिमाचल प्रदेश द्वारा पांच दिवसीय उड़ान मेले का ग्रामीण विकास पंचायती राज पशु एवं मत्स्य पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने उद्घाटन किया। पांच दिवसीय इस मेले में हिमाचल प्रदेश सहित देश के 11 राज्यों के स्वयं सहायता समूह एवं कृषक उत्पादक संगठन अपने विभिन्न पारम्परिक उत्पादों को बेच रहे हैं।
वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं विभिन्न स्वयं सहायता समूह के माध्यम से पारम्परिक ग्रामीण उत्पाद तैयार कर उन्हें बाजार में बेचते है जिससे न केवल उनकी आर्थिकी सुदृढ़ होती है बल्कि ग्रामीण उत्पादों के संबंध में लोगों को भी जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह के उत्पाद जहां सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प बनकर उभर रहे हैं वहीं इससे स्वयं सहायता समूह को भी बहुत लाभ मिलेगा।
इस मेले में सुदूर जिला चम्बा के पांगी हिल्स के उत्पाद तथा अन्य जिलों के पहाड़ी मसाले एवं दाले प्रदर्शित की गई हैं, जिला कूल्लू के मशहूर ऊनी हैडलूम उत्पादों, जिसमें कुल्लू शाल, जैकेट जो कि कुल्लू की ग्रामीण महिलाओं द्वारा हाथ से तैयार किए गए हैं। मेले में ऊना जिले के ग्रामीणों द्वारा तैयार बांस, फर्नीचर तथा चम्बा रुमाल, कांगड़ा पाईन निडाल्स, बिहार मधुबनी पेंटिंग, गुजरात के कच्छ मेटल वेयर, उतरप्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश, मेले में मुख्य उत्पाद हैं।