डॉ. प्रखर गुप्ता/ पांवटा: पांवटा साहिब में राज्य स्तरीय होने के बाद पहली बार मनाया जा रहा 3 दिवसीय यमुना शरद महोत्सव शुरू होने से पहले ही विवादों में आ गया है। समारोह में टेंट व स्टेज आदि की व्यवस्था के लिए दो अलग-अलग निविदाएं निकाली गई जिसमें पंडाल का साइज बदल दिया गया।
एक निविदा में पंडाल साईज़ 100/180 फीट (कुल 18,000 वर्ग फुट) दिया गया है जबकि दूसरे में 100/150 फीट (कुल 15,000 वर्ग फुट) दिया गया है परंतु फिलहाल मौके पर लगाए गए पंडाल का साईज़ करीब 12,000 वर्ग फीट ही है। जिसमें करीब 6,000 वर्ग फीट पंडाल तय मानकों से कम लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक सोलन के एक टेंट हाउस को यह टेंडर 5 लाख 40 हजार रुपयों में अलाॅट किया गया है जिसमें से करीब 2/3 काम मौके पर किया गया है। कायदे अनुसार मौके पर जब करीब 33% कम कार्य किया गया है तो उसी के अनुसार ठेकेदार को पेमेंट भी कम होनी चाहिए।
सूत्र बताते हैं कि ठेकेदार की सुविधा के लिए दो अलग-अलग निविदाएं निकाली गई हैं। उसके बाद टेंडर लेने वाले सोलन के टेंट हाउस मालिक ने उत्तराखंड के ऋषिकेश के एक टेंट हाउस से वाटर प्रूफ टेंट का यह सारा माल मंगवाया जिसे विकास नगर के एक टेंट हाउस के मजदूर फिट कर रहे हैं। इसीलिए ठेकेदार ने सबका खर्चा निकालने को यह रास्ता अपनाया है। वहीं इस प्रकरण में आयोजन समिति के कुछ पदाधिकारियों, सदस्यों व प्रशासनिक अधिकारियों की भी मिलीभगत होने की चर्चाऐं भी बाज़ार में गर्म हैं।