- केलंग में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के क्षेत्रीय केन्द्र के लिए भूमि उपलब्ध करवाने का आश्वासन
- चिकित्सकों को जनजातीय क्षेत्रों में स्वेच्छा से सेवाएं देने के लिए आना चाहिए आगे: मुख्यमंत्री
- जनजातीय क्षेत्रों में चिकित्सा तथा पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरना सुनिश्चित बनाएगी सरकार
केलंग : मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज केलंग में आयोजित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के हितधारकों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में गुणात्मक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान में अनेकों चिकित्सा अनुसंधान हुए हैं और लोगों को घर-द्वार पर बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं अद्यतन बनाने की आवश्यकता बल देते हुए उन्होंने देश के अग्रणी स्वास्थ्य संस्थानों से सहयोग का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय तथा दूरदराज क्षेत्रों से रोगियों को देश के अग्रणी स्वास्थ्य संस्थानों में पहुंचाने के लिए अलग से हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रदान करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार राष्ट्र के अग्रणी स्वास्थ्य संस्थानों के साथ संयोजन करने का प्रयास कर रही है ताकि विशेषज्ञों से उपचार सम्बन्धी सलाह ली जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य में तीन और मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है, प्रत्येक कॉलेज पर 189 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त बिलासपुर जिला में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने केलंग में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के क्षेत्रीय केन्द्र के लिए आवश्यकतानुसार भूमि उपलब्ध करवाने का भी आश्वासन दिया। वीरभद्र सिंह ने कहा कि चिकित्सकों को जनजातीय तथा दूरदराज क्षेत्रों में अपनी इच्छा से सेवाएं देने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इन क्षेत्रों में चिकित्सा तथा पैरामेडिकल स्टाफ के रिक्त पदों को भरना सुनिश्चित बनाएगी।
केलंग में सूक्ष्म जीव विज्ञान प्रयोगशाला और टेलिमेडिसन सुविधा आरम्भ करने का आग्रह
राष्ट्रीय जनजाति स्वास्थ्य अनुसंधान जबलपुर के निदेशक डॉ. नीरू सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए केलंग स्थित अस्पताल में सूक्ष्म जीव विज्ञान प्रयोगशाला उपलब्ध करवाने और टेलिमेडिसन सुविधा आरम्भ करने का आग्रह किया। उन्होंने गंभीर रोग से बीमार लोगों को पीजीआई तथा अन्य स्थानों को ले जाने के लिए टैक्सी हेली सेवा आरम्भ करने का आग्रह किया। प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष रघुवीर सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉ. जे.पी. नारायणन, अतिरिक्त मुख्य सचिव वी.सी. फारका भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
अन्य जनजातीय क्षेत्रों में भी लागू होगी टेलिमेडिसन परियोजना
केलंग : राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष रवि ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से टेलिमेडिसन परियोजना केलंग में आरम्भ हो रही है और इसके बाद ये प्रदेश के अन्य जनजातीय क्षेत्रों में भी लागू होगी। -राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/ जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष रवि ठाकुर