अंबिका/पालमपुर : हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान, पालमपुर और उद्यान विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा जिला काँगड़ा में 50 किसानो के लिए 7 दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 24-30 सितम्बर तक मुख्यमंत्री मधु विकास योजना के अंतर्गत किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर में किसानों को वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन, मधु मक्खियों के प्रकार, उपयुक्त वनस्पतियों, मौसमी प्रबंधन, कीट और रोग और उनके प्रबंधन, मधुमक्खी पालन के उपकरण और उनके उपयोग, शहद की स्टार्ट-अप व मूल्यवर्धन की भूमिका, मधुमक्खी के उत्पादों और इसके उपयोग, मधुमक्खियों और अन्य परागणकों के लिए
कीटनाशकों की विषाक्तता और सुरक्षा, मधुमक्खी पालन में व्यावहारिक अनुभव साझा करना, मधुमक्खी के छत्ते के बेहतर तरीके, शहद की गुणवत्ता की कटाई और प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी गई।
एपिकल्चर की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, नगरोटा, ऊना, नूरपुर और चंबा जिले में 5 मधुमक्खी पालन समूहों (250 किसानों/ क्लस्टर) के निर्माण का प्रस्ताव विकसित किया गया था, जो एमएसएमई की KVIC-SFURTI योजना के तहत भी प्रस्तावित किया गया। इस योजना में, मधुमक्खी कालोनियों/ मधुमक्खियों, उपकरणों और अन्य बुनियादी सुविधाओं (सामान्य सुविधाएं केंद्र, शहद निष्कर्षण इकाई, शहद प्रसंस्करण इकाई, पैकेजिंग इकाई, विपणन लिंक आदि) को 10% किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए KVIC-SFURTI के तहत किसान को 90% शेयर प्रदान किए जाने का प्रस्ताव पास किया गया।