शिमला: प्रदेश गर्वनमेंट नर्सिंग कालेज टीचर्ज एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संतोष मांटा और महासचिव डॉ. किरण धर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्रीं जयराम ठाकुर व स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से सिस्टर निवेदिता गवर्नमेंट नर्सिंग कालेज आईजीएमसी शिमला और लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेर चैक स्थित गवर्नमेंट नर्सिंग कालेज में रिक्त पडे पदों को नियमित आधार पर भरने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों से कालेज की मान्यता रदद हाने की दहलीज पर है। दोनों पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार से आग्रह किया है कि सिस्टर निवेदिता गवर्नमेंट नर्सिंग कालेज आईजीएमसी शिमला में एसोसिएट प्रोफेसर के चार पद खाली हैं जिनमें से दो पद एसोसिएट प्रोफेसर को पदोनत करके शिमला और मण्डी में प्रिसिंपल पद पर नियुक्ति देने के बाद दो साल पहले रिक्त हो गए हैं। हालत यह है कि वर्तमान में शिमला स्थित नर्सिंग कालेज में पिछले दो सालों से एक भी एसोसिएट प्रोफेसर नहीं है जबकि चार पद रिक्त है।
आईएनसी के नियमों के अनुसार वर्तमान में सिस्टर निवेदिता गवर्नमेंट नर्सिंग कालेज आईजीएमसी शिमला में एसोसिएट प्रोफेसर के पाचं पदों की आवश्यक्ता है। डॉ.संतोष मांटा और डा. किरण धर्मा ने कहा है कि अगर यह पद नहीं भरे गए तो नियमों के तहत इस कालेज पर पिछले दो सालों से मान्यता रद होने का सकंट बरकरार है। उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री व अतिरिक्त मुख्यसचिव स्वास्थ्य आर डी धीमान से आग्रह किया कि एसोसिएट प्रोफेसर के पद भरने के बाद रिक्त होने वाले लेक्चरर के पदों को भी भरा जाए। उन्होंने शिमला गवर्नमेंट नर्सिंग कालेज में रिक्त पडे वाईस प्रिंसिपल के पद और तीन लेकचरर के रिक्त पदों को भी भरने की मांग की। दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार कालेज में डेजिगनेट करने की प्रक्रिया को बंद करे। उन्होंने कालेज में सभी पदों को नियमित आधार पर भरने की मांग की।